- भारत,
- 10-Aug-2025 08:40 AM IST
IND vs ENG: हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड का दौरा पूरा किया, जहां पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई। इस दौरे पर भारतीय बल्लेबाजों और तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन शानदार रहा, जिसमें जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने विशेष रूप से प्रभावित किया। खास तौर पर बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर लिए गए फैसले ने सभी का ध्यान खींचा, जिसकी तारीफ पूर्व भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने भी की।
बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट: एक अनुकरणीय निर्णय
सीरीज शुरू होने से पहले ही जसप्रीत बुमराह ने स्पष्ट कर दिया था कि वह केवल तीन टेस्ट मैचों में खेलेंगे ताकि उनके वर्कलोड को नियंत्रित किया जा सके। इस फैसले के बारे में उन्होंने कप्तान और टीम मैनेजमेंट को पहले ही सूचित कर दिया था। अजिंक्य रहाणे ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा, "बुमराह ने शुरू से ही काफी क्लियरिटी रखी, जो मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात लगी। एक कप्तान के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे रणनीति बनाने में आसानी होती है।"
रहाणे ने यह भी बताया कि भारतीय टीम में इस तरह का फैसला लेना आसान नहीं होता। कई बार खिलाड़ियों को ऐसे निर्णयों के कारण टीम से बाहर भी कर दिया जाता है। बुमराह की स्पष्टता और प्रोफेशनल रवैये ने न केवल उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह अपनी फिटनेस और लंबे करियर को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
बुमराह का शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में बुमराह ने पहले, तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में हिस्सा लिया। इन तीन मैचों में उन्होंने 119.4 ओवर गेंदबाजी की और 26 के औसत से कुल 14 विकेट हासिल किए। इस दौरान उन्होंने दो बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी किया। उनकी गेंदबाजी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कई मौकों पर परेशान किया। ओवल टेस्ट के दूसरे दिन से ठीक पहले बीसीसीआई ने उन्हें रिलीज करने का फैसला लिया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि वह अपनी फिटनेस को बनाए रख सकें।
मोहम्मद सिराज का भी रहा दमदार प्रदर्शन
बुमराह के साथ-साथ मोहम्मद सिराज ने भी इस सीरीज में अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया। उनकी गति और स्विंग ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण ने इस दौरे पर दिखाया कि वे विदेशी परिस्थितियों में भी उतने ही प्रभावी हो सकते हैं जितने घरेलू मैदानों पर।
सीरीज का नतीजा और भविष्य की राह
2-2 से बराबरी पर खत्म हुई यह सीरीज भारतीय टीम के लिए कई मायनों में सकारात्मक रही। बल्लेबाजों ने मुश्किल परिस्थितियों में रन बनाए, वहीं गेंदबाजों ने महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट निकाले। बुमराह जैसे खिलाड़ी का वर्कलोड मैनेजमेंट और सिराज जैसे गेंदबाजों का部分
बुमराह की स्पष्टता और रहाणे की तारीफ
सीरीज शुरू होने से पहले ही जसप्रीत बुमराह ने कप्तान और टीम मैनेजमेंट को स्पष्ट कर दिया था कि वह केवल तीन टेस्ट मैच (पहला, तीसरा और चौथा) खेलेंगे। इस decision की तारीफ करते हुए अजिंक्य रहाणे ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "बुमराह ने शुरू से ही अपनी उपलब्धता को लेकर स्पष्टता दिखाई, जो एक कप्तान के लिए फैसले लेने में आसानी देता है। भारत जैसे देश में, जहां इस तरह के फैसले से खिलाड़ी को टीम से बाहर भी किया जा सकता है, उनकी प्रोफेशनल अप्रोच सराहनीय है।"
बुमराह का प्रदर्शन
बुमराह ने 119.4 ओवर में 26 के औसत से 14 विकेट हासिल किए। दो बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी उनके नाम रहा। ओवल टेस्ट के दूसरे दिन से पहले बीसीसीआई ने उन्हें रिलीज करने का फैसला लिया, ताकि उनकी फिटनेस बनी रहे।
