देश / राहुल ने शर्ट फाड़ी...प्रियंका ने मरोड़ी बांह, BJP बोली भाई-बहन का ‘तमाशा प्रदर्शन’

Zoom News : Aug 06, 2022, 09:50 PM
New Delhi : कांग्रेस के द्वारा महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन पर भाजपा लगातार हमलावर है। राहुल गांधी और प्रियंका पर महज दिखावे के लिए प्रदर्शन की बात कहते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने आज ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि यह प्रदर्शन वास्तविक था या महज पॉलिटिकल स्टंट था? गौरतलब है कि कल राहुल और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में बेरोजगारी, महंगाई और जीएसटी को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को रोकने के लिए तमाम कदम उठाए थे। 

विरोध जेनुइन था या?

अब भाजपा ने राहुल गांधी के एक्शन पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि यह विरोध जेनुइन था या केवल राजनीतिक स्टंट था। भाजपा के आईटी विंग के इंचार्ज अमित मालवीय ने राहुल गांधी की एक फोटो ट्वीट की है। इस फोटो में राहुल गांधी कांग्रेस नेता दीपेंदर हुडा को हाथ से पकड़े हुए हैं। वहीं दिल्ली पुलिस के जवान आसपास खड़े हैं। अमित मालवीय ने अपनी ट्वीट में लिखा है कि वायनाड के सांसद अपने साथी की शर्ट फाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, अमित मालवीय ने यह भी लिखा कि कांग्रेस हेडक्वॉर्टर के सामने प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों के हाथ मरोड़े और उन्हें धक्के मारे थे। 

ताकि अच्छी आए फोटो

मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा है कि प्रियंका गांधी द्वारा पुलिसकर्मियों के हाथ मरोड़ने के बाद यहां राहुल गांधी अपने साथी की शर्ट फाड़ने की कोशिश करते दिख रहे हैं। उन्होंने लिखा कि यह सब इसलिए किया गया ताकि विरोध प्रदर्शन की अच्छी तस्वीरें आएं। मालवीय ने यह भी लिखा है कि गांधी भाई-बहन तमाशा राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि दिल्ली पुलिस विजय चौक पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसद दीपेंदर हुडा को हिरासत में लेने की कोशिश कर रही है। इस दौरान राहुल गांधी हुडा को पकड़े हुए हैं जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता नारे लगा रहे हैं। 

अमित शाह ने यह कहा था

गौरतलब है कि कांग्रेस के 300 से ज्यादा नेताओं ने कल राहुल और प्रियंका के नेतृत्व में प्रदर्शन किया था। पुलिस ने इन दोनों को छह घंटे तक हिरासत में रखा था। बता दें कि भाजपा कल से ही कांग्रेस के इस प्रदर्शन का विरोध कर रही है। कल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि पांच अगस्त के दिन अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था। इसकी बरसी के दिन कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करके राम मंदिर का विरोध किया है। केंद्रीय गृहमंत्री ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन को तुष्टिकरण से जोड़ा था और कहा था कि तुष्टिकरण से न तो कांग्रेस का भला होगा और न ही देश का।

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