Rajasthan Weather / राजस्थान में कड़ाके की ठंड: माउंट आबू में पारा 1°C, 9 जिलों में शीतलहर की चेतावनी

राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां माउंट आबू के गुरु शिखर पर तापमान 1°C तक गिर गया है। उत्तरी हवाओं के कारण रात का पारा सामान्य से काफी नीचे है। पूर्वी राजस्थान के नौ जिलों, जिनमें भरतपुर, अलवर और जयपुर शामिल हैं, के लिए शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है, और आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना है।

राजस्थान इस समय भीषण ठंड की चपेट में है, जहां राज्य भर में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। उत्तरी हवाओं के लगातार प्रभाव के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है, जिससे पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। इस तीव्र ठंड ने विशेष रूप से राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू को प्रभावित किया है, जो इस मौसम की सबसे ठंडी अवधि का अनुभव कर रहा है और मौसम विभाग ने आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट तथा कई इलाकों में शीतलहर की स्थिति के लिए चेतावनी जारी की है, जिससे निवासियों को आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है।

माउंट आबू में 'कश्मीर' जैसा अहसास

सिरोही जिले में स्थित लोकप्रिय पर्वतीय स्थल माउंट आबू में तापमान में अप्रत्याशित गिरावट दर्ज की गई है, जिससे यहां कश्मीर जैसा माहौल बन गया है। सोमवार रात को माउंट आबू शहर में न्यूनतम तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस की भारी गिरावट आई, जो मात्र 4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे भी अधिक उल्लेखनीय बात यह है कि अरावली की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर पर तापमान और भी नीचे गिरकर मात्र 1°C दर्ज किया गया। तापमान में इस रिकॉर्ड गिरावट ने पर्यटकों के लिए इस मौसम का आनंद दोगुना कर दिया है, जो ठंडी हवा और सर्द सुबह का अनुभव करने के लिए उमड़ रहे हैं। हालांकि, इसने स्थानीय लोगों में भी एक स्पष्ट सिहरन पैदा कर दी है, जिससे कई लोग कड़ाके। की ठंड से बचने के लिए अपने घरों के बाहर अलाव जलाकर हाथ सेंकते हुए देखे गए।

पूर्वी राजस्थान में शीतलहर की चेतावनी

मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कई जिलों के लिए शीतलहर की चेतावनी जारी। की है, जो यह दर्शाता है कि ये स्थितियां बनी रहने की संभावना है। विशेष रूप से, भरतपुर, अलवर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, जयपुर, दौसा, टोंक और भीलवाड़ा सहित नौ जिलों में 12 और 16 नवंबर को शीतलहर चलने की संभावना है। ये अलर्ट उत्तरी हवाओं के लगातार प्रवाह के कारण इस क्षेत्र में चल रहे ठंडे मोर्चे की गंभीरता को रेखांकित करते हैं। इन क्षेत्रों के निवासियों को तीव्र ठंड के लिए तैयार रहने और कठोर मौसम से खुद को बचाने के उपाय करने की सलाह दी गई है।

फतेहपुर रहा सबसे ठंडा मैदानी इलाका

माउंट आबू में अत्यधिक कम तापमान दर्ज किया गया, वहीं राजस्थान के मैदानी इलाकों में भी काफी ठंड महसूस की गई। मौसम विभाग के 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार रात को सीकर जिले के फतेहपुर में मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6. 9°C दर्ज किया गया। यह ठंडी लहर के व्यापक प्रभाव को उजागर करता है, जो न केवल ऊंचाई वाले क्षेत्रों बल्कि मैदानी इलाकों को भी प्रभावित कर रहा है। इसके विपरीत, बाड़मेर में अधिकतम तापमान 32. 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य के भीतर तापमान की विविध रेंज को दर्शाता है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में आर्द्रता की औसत मात्रा 20 से 60 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गई, जिससे हवा की ताजगी में योगदान मिला।

प्रमुख जिलों का न्यूनतम तापमान

मौसम विभाग की पूर्वानुमान रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को विभिन्न प्रमुख जिलों में दर्ज न्यूनतम तापमान का विवरण दिया गया। अजमेर में 11. 9 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 12. 4 डिग्री, अलवर में 10. 0 डिग्री और जयपुर में 13. 6 डिग्री दर्ज किया गया और अन्य उल्लेखनीय तापमानों में पिलानी में 9. 5 डिग्री, सीकर में 7 और 5 डिग्री, कोटा में 14. 8 डिग्री और चित्तौड़गढ़ में 11. 7 डिग्री शामिल थे। पश्चिम में, बाड़मेर में 18. 1 डिग्री, जैसलमेर में 15. 6 डिग्री, जोधपुर में 12. 3 डिग्री और बीकानेर में 14. 2 डिग्री देखा गया। चूरू में 9. 3 डिग्री, श्री गंगानगर में 12. 0 डिग्री, नागौर में 8. 3 डिग्री, जालौर में 11. 4 डिग्री, सिरोही में 8. 1 डिग्री, करौली में 10. 3 डिग्री और दौसा में 8. 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और ये आंकड़े सामूहिक रूप से पूरे राजस्थान में ठंड की व्यापक पहुंच को दर्शाते हैं।

आगामी दिनों में और गिरेगा पारा, शुष्क मौसम जारी रहेगा

जयपुर मौसम केंद्र ने भविष्यवाणी की है कि अगले एक सप्ताह तक राज्य में शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहेगी और हालांकि, इस अवधि में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी, जिसमें 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की उम्मीद है। यह पूर्वानुमान बताता है कि आने वाले दिनों में ठंड की तीव्रता बढ़ने वाली है, जिससे निवासियों के लिए सतर्क रहना और भी महत्वपूर्ण हो जाएगा और इसके अतिरिक्त, टोंक जिले के लिए 11 और 12 नवंबर को, और सीकर जिले के लिए अगले पांच दिनों तक शीतलहर की विशेष संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया है, जो स्थानीय स्तर पर गंभीर ठंड की स्थिति का संकेत देता है। लगातार शुष्क मौसम, गिरते तापमान के साथ मिलकर, पूरे राजस्थान में तीव्र शीतकालीन ठंड की लंबी अवधि में योगदान देगा।