राजस्थान में नवंबर की शुरुआत में ही ठंड ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं, जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में ठिठुरन बढ़ गई है और सुबह और शाम का मौसम काफी ठंडा हो गया है, जो इस बात का संकेत है कि सर्दी का मौसम जल्द ही अपने चरम पर पहुंचने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र-जयपुर ने आने वाले दिनों में राज्य के कई भागों में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। इस पूर्वानुमान के मद्देनजर, विशेष रूप से सीकर और झुंझुनूं जिलों के लिए 15 नवंबर तक शीतलहर। चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जो स्थानीय निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है।
तापमान में गिरावट का दौर
पिछले 24 घंटों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन इसके बावजूद न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। बुधवार सुबह तक के दौरान, राज्य के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 8 और 3 से 14. 5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। यह सामान्य से लगभग 2-3 डिग्री सेल्सियस कम है, जो नवंबर की शुरुआत के लिए असामान्य रूप से ठंडा माना जा रहा है। इस गिरावट ने लोगों को दिनचर्या में बदलाव लाने और गर्म कपड़े पहनने पर मजबूर कर दिया है।
सीकर में सबसे कम न्यूनतम तापमान
राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान सीकर में 8. 3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3. 4 डिग्री सेल्सियस कम है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि सीकर में ठंड का असर अन्य जिलों की तुलना में अधिक है और यहां के निवासियों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है और दूसरी ओर, सर्वाधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 32. 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो दिन के समय कुछ गर्मी का। एहसास कराता है, लेकिन रात होते ही ठंड का प्रभाव बढ़ जाता है।
विभिन्न जिलों का न्यूनतम तापमान
मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को राज्य के विभिन्न जिलों में न्यूनतम तापमान इस प्रकार दर्ज किया गया: अजमेर में 12. 2 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 9. 2 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 13. 6 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 10 और 5 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 8. 3 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 13. 6 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 11. 7 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 17. 0 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 15 और 0 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 12. 7 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 13. 6 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 9. 5 डिग्री सेल्सियस और श्री गंगानगर में 12. 5 डिग्री सेल्सियस। इसके अतिरिक्त, नागौर में 8. 7 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 11. 6 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 7. 5 डिग्री सेल्सियस, करोली में 9 और 6 डिग्री सेल्सियस और दौसा में 8. 8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। यह आंकड़े राज्य भर में ठंड के व्यापक प्रभाव को दर्शाते हैं।
शीतलहर की चेतावनी और येलो अलर्ट का महत्व
मौसम विभाग ने 12 से 15 नवंबर तक राज्य के दो जिलों, सीकर और झुंझुनूं, में शीतलहर चलने की संभावना जताई है और इस अवधि के लिए जारी किया गया येलो अलर्ट एक प्रारंभिक चेतावनी है, जिसका अर्थ है कि लोगों को संभावित प्रतिकूल मौसम की स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। शीतलहर के दौरान तापमान में और गिरावट आ सकती है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ सकते हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए। राज्य के शेष भागों में मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है, लेकिन ठंड का असर वहां भी महसूस किया जाएगा।
आर्द्रता का स्तर
दर्ज प्रेक्षण के अनुसार, राज्य में आर्द्रता की औसत मात्रा लगभग 30 से 55 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गई है। आर्द्रता का यह स्तर हवा में नमी की मात्रा को दर्शाता है, जो ठंड के एहसास को प्रभावित कर सकता है और कम आर्द्रता अक्सर शुष्क और अधिक तीखी ठंड का कारण बनती है, जबकि उच्च आर्द्रता से नमी वाली ठंड महसूस होती है।
जल्द बढ़ेगी सर्दी का असर
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अगले सप्ताह से पहाड़ों से आने वाली उत्तरी सर्द हवाएं प्रदेश के मैदानी भागों में दस्तक देंगी। वीकेंड तक हिमालय तराई वाले इलाके और आसपास के क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने की आशंका है। ऐसे में, उत्तरी हवाओं की तेज गति से चलने पर राजस्थान में ठिठुरन वाली सर्दी का असर जल्द ही बढ़ने वाला है। यह स्थिति राज्य में पूर्ण शीतकालीन परिस्थितियों की शुरुआत का संकेत देती है, जिससे आने वाले दिनों में और अधिक ठंड की उम्मीद है।
यह पूर्वानुमान राज्य के निवासियों को आगामी दिनों में बढ़ती ठंड के लिए तैयार रहने की चेतावनी देता है, खासकर सुबह और शाम के समय। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे गर्म कपड़े पहनें, अलाव का उपयोग करें और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए सतर्क रहें।