- भारत,
- 31-Oct-2025 06:24 PM IST
तीन साल से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया है। रूसी सेना ने शुक्रवार को यूक्रेन के ड्नेप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र में एक अहम पुल को भीषण हवाई हमले में उड़ा दिया है। यह पुल यूक्रेनी सेना के लिए सैन्य उपकरणों, हथियारों और रसद की आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण माध्यम था, जिसे अब 'लाइफलाइन' माना जा रहा था। इस हमले ने युद्ध की दिशा में एक बड़ा मोड़ ला दिया है और यूक्रेन के पूर्वी मोर्चे पर तनाव को और बढ़ा दिया है। यह घटना यूक्रेन-रूस युद्ध के 1,000 दिनों से अधिक लंबे संघर्ष में। एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो दोनों पक्षों के लिए रणनीतिक निहितार्थ रखती है।
रणनीतिक महत्व और भीषण हमला
यह पुल यूक्रेनी सेना के लिए एक जीवनरेखा के समान था, जो उन्हें पूर्वी मोर्चे पर अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए आवश्यक सामग्री और कर्मियों की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करता था और रूसी वायुसेना ने ड्नेप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र में इस प्रमुख पुल पर एक सटीक हवाई हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। यह हमला यूक्रेन के लिए एक बड़ा रणनीतिक झटका है, क्योंकि यह कीव की सेनाओं द्वारा हथियारों, सैन्य उपकरणों की आपूर्ति और मानव संसाधनों की भरपाई के लिए उपयोग किया जा रहा था। इस विनाशकारी हमले ने यूक्रेनी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया है और उनकी परिचालन क्षमताओं को गंभीर रूप से बाधित किया है। पुल का विनाश पूर्वी मोर्चे पर यूक्रेनी बलों की गतिशीलता को प्रभावित करेगा, जहां वे रूसी प्रगति को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।रूस का दावा और यूक्रेन की प्रतिक्रिया
रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को "सैन्य लक्ष्य पर सटीक प्रहार" बताया है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने दावा किया कि यह हमला यूक्रेनी लॉजिस्टिक चेन को तोड़ने की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। रूस का कहना है कि इस हमले में केवल सैन्य सामग्री को निशाना बनाया गया था, जो उनके "विशेष सैन्य अभियान" की सफलता का प्रतीक है। हालांकि, स्थानीय यूक्रेनी अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया है और ड्नेप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र के गवर्नर सर्गेई लिसेंको ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह हमला न केवल उनकी आपूर्ति लाइनों को प्रभावित करेगा, बल्कि आसपास के गांवों में निर्दोष नागरिकों की जान भी जोखिम में डाल रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल सहायता की अपील की है।पूर्वी मोर्चे पर बढ़ता तनाव
पिछले एक हफ्ते से रूस ने यूक्रेन पर हमलों और घेराबंदी को तेज कर दिया है। यूक्रेनी सैनिकों को कई शहरों में पीछे धकेलने के बाद रूस ने अब इस रणनीतिक पुल को निशाना बनाया है। ड्नेप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र डोनबास के निकट स्थित है, जो लंबे समय से रूसी हमलों का केंद्र रहा है। इस पुल के ध्वस्त होने से पूर्वी मोर्चे पर यूक्रेनी बलों की गतिशीलता बुरी। तरह प्रभावित होगी, जहां वे रूसी प्रगति को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। यूक्रेनी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह विनाश रूसी सैनिकों के लिए यूक्रेन के कई इलाकों में कब्जा करने की कोशिश को और आसान बना सकता है, जिससे युद्ध का संतुलन रूस के पक्ष में झुक सकता है और हाल के दिनों में 25 अक्टूबर को हुए मिसाइल और ड्रोन हमलों में यहां दो नागरिक मारे गए थे, जबकि 30 अक्टूबर को पोकrovस्के में हवाई हमले हुए।अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया और युद्ध अपराधों के आरोप
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं तेजी से आ रही हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, रूस पर ड्रोन युद्ध और नागरिक क्षेत्रों पर हमलों के लिए युद्ध अपराधों का आरोप लगाया गया है, जो इस घटना को और जटिल बनाता है। अमेरिकी विदेश विभाग ने इस हमले की कड़ी निंदा की है, जबकि यूरोपीय संघ ने रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंधों पर विचार करने की बात कही है और कीव सरकार ने नाटो सहयोगियों से अतिरिक्त हथियारों की मांग की है ताकि वे अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर सकें और रूसी आक्रामकता का सामना कर सकें। यह घटना वैश्विक मंच पर रूस के खिलाफ दबाव को और बढ़ा सकती है।जेलेंस्की का दृढ़ संकल्प और भविष्य की चुनौतियाँ
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने इस हमले के बाद भी अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, "हम झुकेंगे नहीं। हर नुकसान हमें मजबूत बनाता है। " यह बयान यूक्रेन के लचीलेपन और प्रतिरोध की भावना को दर्शाता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला रूसी रणनीति का हिस्सा है, जो यूक्रेन की आपूर्ति को काटकर सर्दियों से पहले लाभ लेने का प्रयास है और यूक्रेन को अब वैकल्पिक मार्ग विकसित करने होंगे, लेकिन रूसी हवाई श्रेष्ठता एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इस घटना ने वैश्विक ऊर्जा बाजारों में भी हलचल मचा दी है, क्योंकि क्षेत्र की आपूर्ति बाधित होने से यूरोपीय देशों पर दबाव बढ़ सकता है। संघर्ष जारी है, और तत्काल शांति की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है, जिससे यह युद्ध और भी अनिश्चित होता जा रहा है।Russian airstrike OBLITERATES bridge in Dnepropetrovsk region
— RT (@RT_com) October 31, 2025
It was used by Kiev's forces to supply weapons, military equipment and to replenish losses of personnel pic.twitter.com/z6k4Q1tYtA
