- भारत,
- 06-Jun-2025 07:30 AM IST
- (, अपडेटेड 05-Jun-2025 10:11 PM IST)
IND vs ENG Test Series: आईपीएल 2025 का रोमांच अभी थमा ही था कि अब क्रिकेट प्रेमियों की नजरें एक और ऐतिहासिक भिड़ंत पर टिकी हैं—भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की बहुप्रतीक्षित सीरीज, जो 20 जून से शुरू हो रही है। लेकिन इस बार मुकाबला सिर्फ मैदान पर नहीं, बल्कि इतिहास और विरासत के नए अध्याय को लेकर भी है। पहली बार इस सीरीज में रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज नहीं खेलेंगे, जिससे यह श्रृंखला भारत के टेस्ट क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी: दो महान खिलाड़ियों के नाम पर सम्मान
इस ऐतिहासिक श्रृंखला को और खास बनाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है। बीबीसी स्पोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अब भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को दो दिग्गज क्रिकेटरों—सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन—के नाम पर समर्पित किया जाएगा। अब इस मुकाबले की ट्रॉफी को "तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी" कहा जाएगा।
लीड्स के प्रतिष्ठित हेडिंग्ले मैदान में 20 जून से जब पहला टेस्ट शुरू होगा, तो उसी दिन इस नई ट्रॉफी से पर्दा उठने की संभावना है। हालांकि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने अभी तक इसे आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया है, लेकिन जल्द ही इस ऐतिहासिक क्षण को सार्वजनिक किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि ट्रॉफी अनावरण के मौके पर सचिन और एंडरसन दोनों मौजूद रहेंगे और विजेता टीम को सम्मानित करेंगे।
पटौदी ट्रॉफी की विदाई, नया युग शुरू
अब तक इंग्लैंड में भारत के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज को पटौदी ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। इसकी शुरुआत इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने की थी और यह नवाब पटौदी परिवार को सम्मान देने का प्रतीक थी। लेकिन हाल ही में ECB ने पटौदी परिवार को सूचित किया कि अब यह ट्रॉफी आगे जारी नहीं रखी जाएगी, जिससे रास्ता खुला नए युग की इस नई ट्रॉफी के लिए।
दूसरी ओर, भारत में खेले जाने वाले टेस्ट मुकाबलों में एंथनी डिमेलो ट्रॉफी दी जाती है। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या BCCI और ECB मिलकर अब पूरी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज को एकीकृत ट्रॉफी – तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी – के तहत खेलवाने का निर्णय लेंगे? अगर ऐसा होता है, तो यह भारत-इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास में एक बड़ी सांस्कृतिक और खेल धरोहर की शुरुआत होगी।
क्रिकेट का नया दौर
इस टेस्ट सीरीज को लेकर उत्सुकता इसलिए भी अधिक है क्योंकि अब मैदान में युवा प्रतिभाएं नजर आएंगी, जो क्रिकेट के इस लंबे प्रारूप में खुद को साबित करने को तैयार हैं। भारत की नई टेस्ट टीम अब अपनी विरासत खुद गढ़ेगी—बिना रोहित, विराट और अश्विन के। यह बदलाव एक चुनौती भी है और एक अवसर भी।