कोरोना दुनिया में / ब्रिटेन में एक हफ्ते में वायरस का दूसरा स्ट्रेन मिला

Vikrant Shekhawat : Dec 24, 2020, 12:19 AM
  • दुनिया में अब तक 7.85 करोड़ से ज्यादा संक्रमित, 17.27 लाख मौतें हो चुकीं, 5.52 करोड़ ठीक हुए
  • अमेरिका में संक्रमितों का आंकड़ा 1.87 करोड़ से ज्यादा, अब तक 3.31 लाख लोगों ने जान गंवाई

ब्रिटेन में कोरोना के एक और नए वैरिएंट का पता चला है। हेल्थ मिनिस्टर मैट हैन्कॉक ने बुधवार को बताया कि यह वैरिएंट ज्यादा फैलने वाला लग रहा है। एक प्रेस ब्रीफिंग में हैन्कॉक ने कहा कि दो मरीजों में वायरस का नया वैरिएंट मिला है। उन्हें क्वारैंटाइन कर दिया गया है। ब्रिटेन में एक हफ्ते में वायरस का यह दूसरा स्ट्रेन है। पिछला स्ट्रेन सामने आने के बाद भारत समेत कई देशों ने ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है।


उन्होंने बताया कि दोनों ऐसे लोगों के कॉन्टैक्ट में थे, जो साउथ अफ्रीका से ट्रैवल करके आए थे। यह वायरस अब तक ज्यादा संक्रामक लग रहा है। इस बीच सरकार ने साउथ अफ्रीका से ट्रैवल करने पर रोक लगा दी है। हैन्कॉक ने भी अपील की है कि जो भी लोग हाल में साउथ अफ्रीका से लौटे हैं या वहां से सफर करके आए शख्य के संपर्क में हैं तो तुरंत खुद को क्वारैंटाइन कर लें।


ब्रिटेन ने सेल्फ टेस्ट किट को मंजूरी दी:


इस बीच, ब्रिटेन ने अपने यहां सेल्फ टेस्ट किट को मंजूरी दे दी है। मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने बताया कि इस किट से एंटीजन लेटरल फ्लो टेस्ट होता है, जिसका रिजल्ट 30 मिनट में मिल जाता है। इस किट को बुधवार को अप्रूवल दिया गया। इससे कोरोना के मामले पता करने में आसानी होगी।


ब्रिटेन में अब तक 21 लाख 49 हजार 551 मरीज मिल चुके हैं। बीते 24 घंटे में ही यहां 39 हजार 237 मामले सामने आए। देश में कुल 69 हजार 51 मरीज कोरोना से दम तोड़ चुके हैं।


मरीजों की संख्या आठ करोड़ के करीब:


दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.86 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 5 करोड़ 52 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 17 लाख 28 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।


अमेरिका में एक हफ्ते में 14% मामले बढ़े:


‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 20 दिसंबर को खत्म हुए हफ्ते में 16 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई। आंकड़ों के हिसाब से देखें तो यह इसके पिछले हफ्ते की तुलना में 14% ज्यादा है।


WHO के मुताबिक, किसी एक देश में कोरोना के मामलों में इतनी वृद्धि नहीं देखी गई। सबसे ज्यादा परेशानी कैलिफोर्निया को लेकर है। यहां के अस्पतालों में अब बेड्स कम पड़ गए हैं। यहां एक हफ्ते में करीब पांच लाख नए केस सामने आए।


अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट बाइडेन ने कहा- आने वाला वक्त मुश्किल:


प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन को भी इस बात का अहसास है कि कोरोना की वजह से हालात किस कदर बिगड़ रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने कोरोना टास्क फोर्स के एडवाइजर डॉक्टर एंथोनी फौसी के साथ मीडिया से बातचीत की।


मीडिया को बताया गया कि रिलीफ पैकेज जारी कर दिया गया है और नई सरकार भी सबसे पहले संक्रमण पर काबू करने के उपायों पर विचार करेगी। बाइडेन ने कहा- यह बहुत साधारण सच्चाई है। आने वाला वक्त बहुत मुश्किल है। हमें कोविड के खिलाफ आगे जंग लड़नी है। यह पीछे नहीं छूटी। डॉक्टर फौसी ने भी मंगलवार को वैक्सीनेशन कराया। इसके बाद कहा- मैं चाहता हूं कि लाखों अमेरिकी जल्द इस वैक्सीन को लगवाएं। यह बिल्कुल सुरक्षित है।


फ्रांस ने ब्रिटेन के लिए बॉर्डर खोले:


नए स्ट्रेन को लेकर ब्रिटेन पर कई देशों ने ट्रैवल बैन लगाया है। दूसरी तरफ, फ्रांस से उसे कुछ राहत मिली है। फ्रांस ने ब्रिटेन से लगने वाली सीमाएं कुछ शर्तों के साथ खोल दी हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो ब्रिटेन में कुछ जरूरी सामानों की किल्लत शुरू हो सकती थी। ब्रिटेन और फ्रांस की सीमा पर सैकड़ों ट्रक खड़े हैं। इनमें कई यूरोपीय देशों से आया सामान लोड है। क्रिसमस के चलते ब्रिटेन ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप में लोग खरीदारी कर रहे हैं। लिहाजा, ब्रिटेन पर ट्रैवल और ट्रांसपोर्टेशन बैन भारी पड़ सकता था। ट्रक ड्राइवरों को दो टेस्ट से गुजरना होगा। इसके बाद ही वो ब्रिटेन की सीमा में एंट्री कर पाएंगे।


रूस में मरीजों की संख्या 30 लाख के पास:


रूस में वैक्सीनेशन शुरू होने के बावजूद कोरोना की नए मरीजों की संख्या नहीं रुक रही है। बीते 24 घंटे में यहां 27,250 मरीज मिले। इससे एक दिन पहले 28,776 केस सामने आए थे। यहां कुल मरीजों की संख्या 29 लाख 33 हजार 753 हो गई है। इनमें 52 हजार 461 मरीजों की मौत हो गई।


चीन में फिर 15 केस:


चीन में 22 दिसंबर को 15 नए केस सामने आए। इसके पहले यानी सोमवार 21 दिसंबर को भी यहां इतने ही मामले सामने आए थे। अब चीन के हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि वो यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं कोई नया क्लस्टर तो नहीं बन रहा। ज्यादातर मामले एक ही जगह सामने आए हैं और हमेशा की तरह चीन ने यह नहीं बताया कि ये मामले किस राज्य या क्षेत्र के हैं।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER