Share Market Today: गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने हरे निशान में कारोबार की शुरुआत की। हफ्ते के चौथे दिन बीएसई सेंसेक्स 242.07 अंकों की बढ़त के साथ 78,513.36 अंकों पर खुला, जबकि एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स 65.65 अंकों की तेजी के साथ 23,761.95 पर खुला। हालांकि, बुधवार को भी बाजार हरे निशान में खुला था लेकिन अंत में गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स 328 अंक टूटकर 78,255 पर बंद हुआ था और निफ्टी 42 अंक गिरकर 23,696 पर बंद हुआ था।
पावरग्रिड के शेयरों में शानदार उछाल
गुरुवार को सुबह 09:19 बजे तक सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयर तेजी में थे, जबकि 11 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इसी तरह, निफ्टी 50 की 50 में से 34 कंपनियों के शेयर हरे निशान में थे और 16 कंपनियां लाल निशान में थीं। इस दौरान पावरग्रिड के शेयर 1.42 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे ज्यादा फायदे में रहे, जबकि आईटीसी के शेयर 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान में रहे।
इन शेयरों में दिखी तेजी
गुरुवार को कई कंपनियों के शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इनमें प्रमुख रूप से इंफोसिस (0.77%), बजाज फाइनेंस (0.73%), इंडसइंड बैंक (0.69%), एशियन पेंट्स (0.60%), टीसीएस (0.55%), आईसीआईसीआई बैंक (0.52%), टाटा मोटर्स (0.51%), रिलायंस इंडस्ट्रीज (0.46%), जोमैटो (0.41%), हिंदुस्तान यूनिलीवर (0.41%), अडाणी पोर्ट्स (0.40%), टेक महिंद्रा (0.36%), भारतीय स्टेट बैंक (0.32%), बजाज फिनसर्व (0.30%), एचसीएल टेक (0.27%), नेस्ले इंडिया (0.25%), एनटीपीसी (0.19%) और सनफार्मा (0.12%) शामिल थे।
इन कंपनियों के शेयर रहे नुकसान में
वहीं, कुछ कंपनियों के शेयर नुकसान में कारोबार कर रहे थे। टाइटन के शेयर 0.73%, महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.53%, मारुति सुजुकी 0.42%, टाटा स्टील 0.37%, कोटक महिंद्रा बैंक 0.36%, भारती एयरटेल 0.17%, अल्ट्राटेक सीमेंट 0.12%, एचडीएफसी बैंक 0.10%, एक्सिस बैंक 0.02% और लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 0.02% की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे।
निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत
बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेशकों के लिए यह संकेत है कि भारतीय शेयर बाजार में अभी भी तेजी बनी हुई है। हालांकि, बुधवार को हुई गिरावट को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। वैश्विक बाजारों की गतिविधियों और घरेलू आर्थिक कारकों पर नजर रखना भी महत्वपूर्ण होगा।