महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का दूसरा सेमीफाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा और इस महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले भारतीय महिला टीम को एक बड़ा झटका लगा, जब सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। हालांकि, इस झटके के साथ ही टीम को एक बड़ी राहत भी मिली है। टीम की स्टार बल्लेबाज शैफाली वर्मा, जो काफी समय से भारतीय स्क्वॉड से बाहर चल रही थीं, उनकी वापसी होने वाली है। शैफाली वर्मा को चोटिल प्रतिका रावल के स्थान पर टीम में शामिल किया गया है, और वह अब 366 दिन के बाद वनडे फॉर्मेट में वापसी करने के लिए तैयार हैं।
एक साल बाद वापसी का सफर
शैफाली वर्मा ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 29 अक्टूबर 2024 को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इस मैच के बाद से वह लगातार भारतीय स्क्वॉड से बाहर थीं और इस वर्ल्ड कप के लिए भी उन्हें प्रारंभिक स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया था। उनकी वापसी ऐसे समय में हुई है जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है, खासकर एक बड़े सेमीफाइनल मुकाबले में। शैफाली की आक्रामक बल्लेबाजी शैली भारत को पावरप्ले में एक मजबूत शुरुआत प्रदान कर सकती है, जो ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ महत्वपूर्ण होगी। उनकी अनुपस्थिति में, टीम ने विभिन्न संयोजनों को आजमाया, लेकिन एक स्थापित सलामी बल्लेबाज की कमी अक्सर महसूस की गई।
प्रतिका रावल की चोट पर दुख, अपनी वापसी को ईश्वरीय कृपा बताया
वनडे वर्ल्ड कप के लिए भारत के स्क्वॉड में शामिल होने के बाद शैफाली वर्मा ने एक बड़ा और भावनात्मक बयान दिया है। उन्होंने बताया है कि प्रतिका रावल के चोटिल होने से वह काफी। दुखी हैं और किसी भी खिलाड़ी के लिए ऐसी चोट दुर्भाग्यपूर्ण होती है। लेकिन उन्होंने अपनी वापसी को 'भगवान की कृपा' बताया, क्योंकि ऑफिशियल रिजर्व खिलाड़ियों की लिस्ट में नहीं होने। के बावजूद भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले भारतीय टीम में जगह बनाने का अवसर मिला। शैफाली ने कहा कि उन्हें लगता है कि भगवान ने उन्हें कुछ अच्छा करने के लिए भेजा है।
घरेलू क्रिकेट में शानदार लय और मानसिक तैयारी
सेमीफाइनल मैच से पहले हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में शैफाली वर्मा ने अपनी घरेलू क्रिकेट की फॉर्म का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड कप में खेलने से पहले वह राष्ट्रीय महिला टी20 में हरियाणा की कप्तानी कर रही थीं और बहुत अच्छी लय में थीं। उन्होंने कहा, 'सेमीफाइनल की बात करें तो ऐसा नहीं है कि यह मेरे लिए कोई नयी बात है क्योंकि मैं पहले भी सेमीफाइनल खेल चुकी हूं और ' उन्होंने बड़े मैचों में मानसिक एकाग्रता के महत्व पर जोर दिया। शैफाली का मानना है कि उनकी वर्तमान लय और अनुभव। उन्हें इस महत्वपूर्ण मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करेगा।
टीम का जोरदार स्वागत और प्रोत्साहन
शैफाली ने टीम में अपनी वापसी पर मिले स्वागत के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि जब वह टीम से जुड़ीं तो सभी ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया और यह देखकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि जिन भी खिलाड़ियों से उन्होंने बात की, उन सभी ने उनका हौसला बढ़ाया। कोच, कप्तान और यहां तक कि स्मृति दी (स्मृति मंधाना) ने भी उन्हें अपना नैसर्गिक खेल खेलने की सलाह दी। यह दिखाता है कि टीम प्रबंधन और खिलाड़ी शैफाली की क्षमता पर कितना भरोसा करते। हैं और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चुनौती और शैफाली का प्रदर्शन
अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में शैफाली का प्रदर्शन कैसा रहता है, यह देखना दिलचस्प होगा और ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट में एक मजबूत और अनुभवी टीम है, और उनके खिलाफ रन बनाना हमेशा एक चुनौती रहा है। शैफाली अभी तक अपने करियर में 29 वनडे खेल चुकी हैं, जहां उनके बल्ले से 644 रन आए हैं। उनकी तेजतर्रार बल्लेबाजी और बड़े शॉट खेलने की क्षमता टीम इंडिया को एक मजबूत शुरुआत देने में मदद कर सकती है, जो मैच का रुख बदल सकती है। भारतीय टीम को उम्मीद होगी कि उनकी वापसी टीम के लिए शुभ साबित होगी और वे फाइनल में अपनी जगह बना पाएंगी।