देश / शरद पवार बोले- 'आम पाकिस्तानी भारत के दुश्मन नहीं', इमरान खान के साथ जताई सहानुभूति

Zoom News : May 13, 2022, 07:20 AM
पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार गुरुवार को पुणे के कोंढवा इलाके में ईद-मिलन कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आम लोग भारत के दुश्मन नहीं हैं, बल्कि जो लोग सेना की मदद से सत्ता चाहते हैं, वे दोनों देशों के बीच तनाव बना रहे इसके पक्षधर होते हैं। अधिकांश लोग (पाकिस्तान में) भारत के साथ शांतिपूर्ण​ रिश्ते चाहते हैं। इमरान खान का नाम लिए बगैर एनसीपी प्रमुख ने उनकी तारीफ की। शरद पवार ने कहा, ‘एक व्यक्ति ने पाकिस्तान की बागडोर संभाली और उस देश को दिशा देने की कोशिश की, लेकिन सत्ता से बेदखल कर दिया गया।’

शरद पवार यूक्रेन युद्ध और आर्थिक संकट के कारण श्रीलंका में अशांति का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस समय दुनिया में एक अलग तरह कि स्थिति व्याप्त है। रूस जैसा शक्तिशाली देश यूक्रेन जैसे छोटे देश पर आक्रमण कर रहा है, श्रीलंका में युवा सड़क पर हैं, लड़ रहे हैं, और उस देश के नेता भूमिगत हो गए हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में जहां आपके और मेरे भाई रहते हैं, प्रधानमंत्री पद की बागडोर एक आदमी ने संभाली, देश को एक दिशा दिखाने की कोशिश की, लेकिन उसे सत्ता से बेदखल कर दिया गया और वहां अब एक अलग तस्वीर दिखाई दे रही है।’ राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख का इशारा इमरान खान की तरफ था, जिन्हें संयुक्त विपक्ष ने गत 9 अप्रैल को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के जरिए प्रधानमंत्री पद से बेदखल कर दिया था।

टीम इंडिया के साथ अपने पाकिस्तान दौरे को किया याद

राकांपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने पूर्व में केंद्रीय मंत्री और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का अध्यक्ष रहते कई बार पाकिस्तान का दौरा किया। शरद पवार ने कहा, ‘लाहौर हो या कराची, हम जहां भी गए, गर्मजोशी से स्वागत किया गया। हम एक मैच के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के साथ कराची गए थे। मैच के एक दिन बाद खिलाड़ियों ने आसपास की जगहों को देखने की इच्छा जताई…हम एक रेस्टोरेंट में गए और नाश्ता करने के बाद जब हमने बिल भरने की कोशिश की तो रेस्टोरेंट के मालिक ने पैसे लेने से इनकार कर दिया और कहा कि हम उनके मेहमान हैं। पाकिस्तान के आम लोग भारत के साथ दुश्मनी नहीं चाहते। जो लोग राजनीति करना चाहते हैं और (पाकिस्तानी) सेना की मदद से सत्ता हथियाना चाहते हैं, वे दोनों देशों के बीच संघर्ष के पक्ष में हैं।’


भाजपा का नाम लिए बगैर शरद पवार ने साधा निशाना

शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी पर भी अपरोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘भारतीयों को ब्रिटिश शासन से छुटकारा मिल सकता था, यदि स्वतंत्रता संग्राम के नेता एकजुट नहीं होते। अगर कोई आज समुदायों के बीच नफरत पैदा करने की कोशिश कर रहा है, तो सभी को एक साथ आगे आना होगा और ऐसे लोगों को सबक सिखाना होगा।’ एनसीपी प्रमुख ने महंगाई, बेरोजगारी और धार्मिक मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। शरद पवार ने कहा कि राजद्रोह कानून की समीक्षा एक स्वागत योग्य कदम है और ब्रिटिश काल के कानून को खत्म करने की जरूरत है।


SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER