दिल्ली / मुठभेड़ में शामिल होने वाली पहली महिला पुलिसकर्मी बनीं प्रियंका: दिल्ली पुलिस

Zoom News : Mar 27, 2021, 09:54 AM
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने कई मामलों में वॉन्टेड एक गैंगस्टर रोहित चौधरी और उसके साथी को सेंट्रल दिल्ली के प्रगति मैदान इलाके में स्थित भैरों मार्ग पर हुए एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। पुलिस ने दावा किया कि दिल्ली में यह पहली बार है जब कोई महिला पुलिस कर्मी एनकाउंटर टीम में शामिल थी। 

पुलिस ने गुरुवार को बताया कि रोहित चौधरी पर चार लाख रुपये का इनाम था, जबकि उसके साथी प्रवीण उर्फ टीटू पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने बताया कि दोनों को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगी है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने बताया कि दोनों मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून) के तहत हत्या, हत्या की कोशिश और लूटपाट की कई घटनाओं में वॉन्टेड थे। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को खुफिया सूचना मिली थी कि बुधवार रात रोहित चौधरी और उसका साथी नीली कार में सवार होकर भैरों मार्ग से गुजरेगा। इसके बाद उन्हें पकड़ने के लिए भैरों मार्ग पर पार्किंग के नजदीक पुलिस ने जाल बिछाया।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार तड़के करीब चार बजकर 50 मिनट पर पुलिस को रिंग रोड की तरफ से एक नीली कार आती दिखाई दी, उन्होंने बैरिकेड लगाकर कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन कार चालक ने बैरिकेड में टक्कर मार दी और भागने की कोशिश के दौरान पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस के बाद पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए आत्मरक्षा में गोली चलाई। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी और पीसीआर वैन से उन्हें तुरंत राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। 

पुलिस ने बताया कि गोलीबारी के दौरान एक गोली पुलिस उपायुक्त पंकज की बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी, जबकि गैंगस्टर और उसके साथी द्वारा चलाई गई गोलियों में से एक गोली सब-इंस्पेक्टर प्रियंका शर्मा की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी। प्रियंका दिल्ली पुलिस की पहली महिला पुलिस कर्मी हैं जो एनकाउंटर टीम में शामिल हुई हैं।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) शिबेश सिंह ने कहा कि महिला एसआई शुरुआत से ही टीम का अभिन्न हिस्सा थीं। उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वह ट्रैकिंग टीम का हिस्सा थीं। प्रियंका 2008 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुईं और पिछले दो वर्षों से क्राइम ब्रांच में काम कर रही हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यूनिट में शामिल होने से पहले, वह जिला इकाई में तैनात थीं।

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