Zoom News : Jul 16, 2022, 05:47 PM
BJP Targets Sonia Gandhi and Ahmed Patel: बीजेपी ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी पर नरेंद्र मोदी को बदनाम करने और तत्कालीन गुजरात सरकार को गिराने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ को 30 लाख रुपये देने का आरोप लगाते हुए सफाई मांगी है. गुजरात दंगे को लेकर गठित एसआईटी द्वारा कोर्ट के सामने रखे गए एफिडेविट का हवाला देते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोनिया गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि मीडिया में आए एफिडेविट के अनुसार, तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने तत्कालीन राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के जरिए 30 लाख रुपये तीस्ता सीतलवाड़ को भिजवाए थे.सोनिया गांधी दें सफाईपात्रा ने इस मामले में सोनिया गांधी से जवाब देने की मांग करते हुए कहा कि अहमद पटेल हमारे बीच नहीं है, लेकिन उन्होंने तो केवल पैसों की डिलीवरी की थी, इसलिए इस मामले पर सोनिया गांधी को सामने आकर अपनी सफाई रखनी चाहिए.कांग्रेस ने रचा षडयंत्रपात्रा ने कहा कि गुजरात दंगे 2002 में जिस प्रकार से नरेंद्र मोदी को अपमानित करने की चेष्टा कांग्रेस ने षड्यंत्र के तहत की थी, परत दर परत उसकी सच्चाई सामने आ रही है. इस संदर्भ में गठित एसआईटी द्वारा कोर्ट के सामने रखा गया. एफिडेविट यह कहता है कि तीस्ता सीतलवाड़ और उसके सहयोगी मानवता के तहत नहीं, बल्कि राजनीतिक मंसूबे के तहत तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने और गुजरात सरकार को अस्थिर करने के मंसूबे के तहत काम कर रहे थे.तीस्ता को दिए 30 लाख रुपयेइस काम के लिए तीस्ता सीतलवाड़ को पैसा दिया गया था. पहली किस्त के रूप में सोनिया गांधी ने अहमद पटेल के जरिए 30 लाख रुपये तीस्ता सीतलवाड़ को दिए थे. इसके बाद न जाने कितने करोड़ों रुपये सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को अपमानित और बदनाम करने के लिए और केवल राहुल गांधी को प्रोमोट करने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ को दिए.कांग्रेस ने किया पलटवारवहीं, कांग्रेस ने बीजेपी के इन आरोपों पर पलटवार किया है. कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अहमद पटेल पर लगाए गए मनगढ़ंत व शरारतपूर्ण आरोपों का स्पष्ट रूप से खंडन करती है. यह एसआईटी अपने राजनैतिक आका की धुन पर नाच रही है और उनके इशारे पर यह उठक-बैठक करती रहेगी. कोर्ट में चल रहे मामलों में प्रेस के माध्यम से कठपुतली एजेंसियों द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों को तथाकथित रुप से निष्कर्षों के रूप में प्रसारित व प्रचारित करना मोदी-शाह की जोड़ी का जाना-माना तरीका रहा हैयदिवंगत नेता को किया जा रहा कलंकितउन्होंने कहा कि यह आरोप उसी रणनीति का एक अन्य उदाहरण होने के अतिरिक्त और कुछ नहीं है, जिसका एक अतिरिक्त उद्देश्य, एक ऐसे दिवंगत व्यक्ति को कलंकित करना है, जो अपने ऊपर लगाए गए ऐसे बेशर्मी भरे झूठे आरोपों का खंडन करने के लिए अब इस दुनिया में नहीं हैं.