Vikrant Shekhawat : Sep 23, 2023, 08:24 AM
IND vs AUS: भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज की शुरुआत बेहद आसान और दमदार जीत के साथ की. वर्ल्ड कप से ठीक पहले खेली जा रही इस वनडे सीरीज को वैसे तो सिर्फ वॉर्म-अप के तौर पर देखा जा रहा है लेकिन टीम मैनेजमेंट के लिए और खास तौर पर कुछ खिलाड़ियों के लिए इस सीरीज के मायने कई ज्यादा हैं. ऐसे में इस सीरीज के प्रदर्शन पर सबकी नजरें हैं और उम्मीदें हैं. मोहाली में टीम इंडिया इन उम्मीदों पर खरी उतरी. कम से कम जीत के मामले में तो जरूर, लेकिन 3 खिलाड़ियों का प्रदर्शन जरूर अलग तरह की टेंशन की वजह बन गया.मोहाली में खेले गए पहले वनडे में टीम इंडिया अपने नियमित कप्तान रोहित शर्मा, स्टार बल्लेबाज विराट कोहली समेत कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के बिना ही उतरी थी. इन खिलाड़ियों को पहले और दूसरे वनडे के लिए आराम दिया गया है. ऐसे में देखना ये था कि इन दिग्गजों के बिना टीम कैसा प्रदर्शन करती है. साथ ही ये भी देखना था कि जिन खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप के स्क्वाड में चुना गया है, वो खुद को सही साबित करते हैं या नहीं. ज्यादातर मोर्चों पर टीम दमदार दिखी. फिर भी 3 खिलाड़ी अलग-अलग वजहों से परेशानी की वजह बन गए हैं.शार्दुल ठाकुर की जमकर पिटाईसबसे पहले बात शार्दुल ठाकुर की. मीडियम पेस गेंदबाजी से विकेट झटकने की काबिलियत रखने के कारण शार्दुल पहले ही मशहूर हो चुके हैं और 2019 वर्ल्ड कप के बाद से ही वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं. साथ ही निचले क्रम में बल्ले से भी उपयोगी योगदान दे सकते हैं. इन सब खासियतों के कारण ही शार्दुल को लगातार प्लेइंग इलेवन में जगह दी जा रही है, फिर चाहे मोहम्मद शमी को ही बाहर बैठना पड़ा हो.लेकिन पिछले कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है. मोहाली में भी वो एकदम बेअसर नजर आए और सबसे महंगे साबित हुए. उन्होंने 10 ओवरों में 78 रन दिये और कोई विकेट भी नहीं लिया. ऐसे में सवाल यही रहेगा कि क्या एक प्रमुख पेसर की जगह शार्दुल को शामिल करना कितना सही होगा?दिग्गज खिलाड़ी की कुर्बानी कब तक?अगर शार्दुल का प्रदर्शन खराब रहा तो मोहम्मद शमी ने अपने जबरदस्त प्रदर्शन से टीम इंडिया के सामने सवाल खड़ा किया है. टीम की बल्लेबाजी में गहराई के लिए ही शार्दुल को लगातार प्लेइंग इलेवन में मौका मिल रहा था और ऐसे में एशिया कप के दौरान शमी को बाहर बैठना पड़ा था. शमी को जब भी मौका मिला, उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया. मोहाली में शमी ने 10 ओवरों में 51 रन खर्चे और सबसे ज्यादा 5 विकेट हासिल किये. अभी तक टीम इंडिया जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को ही मौका दे रही है लेकिन शमी के ऐसे प्रदर्शन के बाद उनकी अनदेखी करना कितना सही होगा? कहीं ये गलती वर्ल्ड कप में टीम इंडिया पर भारी न पड़ जाए.बैटिंग में तो फिट लेकिन…आखिर में बात इस मैच में कप्तान रहे केएल राहुल की. चोट के बाद से टीम में लौटे केएल राहुल का बल्ला लगातार रन बरसा रहा है. एशिया कप में राहुल ने कमाल की बैटिंग की और मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी 58 रनों की नाबाद पारी से टीम को जीत दिलाई. फिर भी राहुल ने टेंशन दी है और इसकी वजह है उनकी विकेटकीपिंग. टीम इंडिया राहुल से कीपिंग करवा रही है और एशिया कप के दौरान तो वो इस काम में बेहतर दिखे लेकिन मोहाली में उनकी परेशानी साफ जाहिर हुई.विकेटकीपिंग में शायद ही इससे ज्यादा खराब प्रदर्शन हाल के सालों में कहीं दिखा हो. न सिर्फ राहुल ने कैच और रन आउट के मौके गंवाए, बल्कि आसान गेंदों को लपकने में भी गलती की. यहां तक कि टप्पा खाकर गेंदों को भी वो पकड़ नहीं पाए और इस दौरान अंगूठे में चोट भी खा बैठे. ऐसे में वर्ल्ड कप में क्या टीम उन पर ही भरोसा रख सकती है? ये बड़ा सवाल रहेगा.