लाइफस्टाइल / सेल्फी वीडियो बताएगा ब्लड प्रेशर, शोधकर्ताओं का दावा- 96% तक सटीक जानकारी मिलेगी

ब्लड प्रेशर कितना है, यह जानने के लिए आपको डॉक्टर के चक्कर नहीं लगाने होंगे। टोरंटो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मोबाइल फोन के कैमरे से बीपी जानने का नया तरीका विकसित किया है। इसके तहत सेल्फी वीडियो की मदद से ब्लड प्रेशर जाना गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, चीन और कनाडा के 1328 लोगों पर परीक्षण के दौरान 95-96% सटीक जानकारी के साथ तीन तरह के ब्लड प्रेशर मापने में सफलता मिली।

हेल्थ डेस्क. ब्लड प्रेशर कितना है, यह जानने के लिए आपको डॉक्टर के चक्कर नहीं लगाने होंगे। टोरंटो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मोबाइल फोन के कैमरे से बीपी जानने का नया तरीका विकसित किया है। इसके तहत सेल्फी वीडियो की मदद से ब्लड प्रेशर जाना गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, चीन और कनाडा के 1328 लोगों पर परीक्षण के दौरान 95-96% सटीक जानकारी के साथ तीन तरह के ब्लड प्रेशर मापने में सफलता मिली।

ऐसे काम करती है तकनीक

टोरंटो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता पॉल झेंग ने ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग तकनीक विकसित की है। इस तकनीक की मदद के चेहरे की स्किन से ब्लड प्रेशर का पता लगाया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने इसे समझने के लिए दो मिनट के सेल्फी वीडियो का इस्तेमाल किया।

वीडियो बनाने के दौरान, मोबाइल कैमरे में लगे ऑप्टिकल सेंसर चेहरे पर पड़ने वाली लाल किरण को कैप्चर करते हैं जो स्किन के नीचे हीमोग्लोबिन के कारण रिफ्लेक्ट होती है। ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग तकनीक इन्हीं परावर्तित किरणों की मदद से शरीर में रक्त के दबाव की जानकारी देती है। शोधकर्ताओं का दावा है कि यह तकनीक 96 फीसदी सटीक परिणाम देती है। 

शोधकर्ताओं के मुताबिक, ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग दुनिया में बढ़ते हाइपरटेंशन (हाई बीपी) के मामलों को कम करने में मदद करेगी। खासकर ऐसी जगहों पर जहां स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलबध नहीं हैं। अगर आपको पास फोन या कम्प्यूटर है तो जानकारी सामने आने के बाद आप डॉक्टर से सीधे बात करते सकते हैं। इस तरह लोगों में जागरुकता बढ़ाई जा सकती है।

टेक कंपनी न्यूरालॉजिक्स ने एनुरा नाम की ऐप रिलीज की है जो 30 मिनट के सेल्फी वीडियो से धड़कन और तनाव के स्तर की जानकारी देती है। कंपनी जल्द ही इस ऐप में ब्लड प्रेशर पता लगाने का फीचर शामिल करेगी जो पहले चीन के लिए रिलीज किया जाएगा। कंपनी के फाउंडर ली का कहना है यूजर की सेहत के आंकड़े ऐप क्लाउड पर अपलोड किए जाएंगे। जल्द ही इसकी मदद से कॉलेस्ट्रॉल, हीमोग्लोबिन और ब्लड ग्लूकोज लेवल की जानकारी मिल सकेगी।