Lok Sabha Elections / किसी भी सुबह PoK में लहरा सकता तिरंगा- केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रामाणिक का बड़ा बयान

Zoom News : Dec 17, 2023, 08:45 PM
Lok Sabha Elections: पिछले कुछ दशकों से जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है. क्या भारत 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर कब्जा कर लेगा? क्या पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर फिर से भारत में शामिल होगा? संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण से अटकलें तेज हो गईं. इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसित प्रमाणिक ने इंटरव्यू में दिया है, जिसमें उन्होंने PoK को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किसी भी दिन तिरंगा लहरा सकता है.

अमित शाह के बयान को लेकर निसित प्रमाणिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे सख्त निर्णय लेने वाले हों तो कोई भी फैसला लिया जा सकता है. अगर कश्मीर से अनुच्छेद 370 को उखाड़ फेंका जा सकता है और तिरंगा झंडा लाल चौक में लहराया जा सकता है तो फिर एक दिन आप सुबह उठकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय झंडे को लहराते हुए देख सकते हैं. कोई आश्चर्य नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि देश का नेतृत्व दो मजबूत लोग कर रहे हैं, जो देश के सम्मान और हित के लिए जरूरी काम कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत का हिस्सा मानती है.

‘पीएम मोदी और अमित शाह जो कहते हैं वो करते जरूर हैं’

क्या लोकसभा चुनाव से पहले पीओके भारत में शामिल होगा के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा कि वो मैं नहीं कह सकता. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री काम करने से पहले कुछ नहीं बोलते हैं. अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के 2 दिन पहले तक इसकी जानकारी नहीं थी. देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए वे कुछ भी करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पीओके पर अभी भी पाकिस्तान का कब्जा है, लेकिन यह भारत का हिस्सा है. हम इस पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं. कश्मीर में सीट बंटवारे के मामले में हमने पीओके से सीटें रखी हैं और उम्मीदवारों को नामांकित किया है. मैं कहना चाहूंगा कि पीएम और गृह मंत्री जो कहते हैं, वो लागू करते हैं.

संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने दिया था ये बयान

दरअसल, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना मोदी सरकार के सबसे मजबूत फैसलों में से एक माना जाता है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना ​​है कि इस अनुच्छेद के खत्म होने के बाद कश्मीर मुद्दे पर इस्लामाबाद को सीधा मैसेज गया है कि भारत पीओके को लेकर अपनी आगे रणनीति बनाएगा. अभी हाल ही में अमित शाह ने संसद में जम्मू-कश्मीर की सीटों को लेकर बात की थी. इसी दौरान उन्होंने कहा था कि पीओके के लिए विधानसभा की 24 सीटें रिजर्व रखी गई हैं. इस बयान के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या मोदी सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को जल्द हासिल करेगी?

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