Donald Trump News / ट्रंप का दावा: अमेरिका ने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच टाली जंग

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच हालिया झड़प को रोक कर जंग टाल दी। उन्होंने अमेरिका की मध्यस्थता और व्यापार दबाव के चलते दोनों देशों के बीच सीजफायर कायम रखने में मदद की।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच एक संभावित युद्ध को टाल दिया है। फ्लोरिडा के अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट जा रहे एयर फोर्स वन विमान में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, 'मैंने आज ही एक जंग रोक दी। ' यह दावा ऐसे समय में आया है जब दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसियों के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव फिर से बढ़ गया था। ट्रंप ने अपनी मध्यस्थता और व्यापारिक दबाव की नीति को इस सफलता का श्रेय दिया।

कूटनीतिक हस्तक्षेप और अमेरिकी दबाव

ट्रंप ने बताया कि उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड दोनों के प्रधानमंत्रियों से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि पहले वे दोनों ठीक नहीं थे, लेकिन अब 'मुझे लगता है, वे अब ठीक रहेंगे। ' अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी नीति पर जोर दिया कि दुनिया भर के मुल्कों पर भारी टैरिफ लगाने से अमेरिका को व्यापार और कूटनीति में बड़ा फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि इसी दबाव की वजह से यह मुमकिन हुआ कि दोनों देश सीजफायर कायम रख सकें और तनाव को कम किया जा सके और यह नीति अमेरिका को अंतरराष्ट्रीय विवादों में एक मजबूत मध्यस्थ के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध हुई है।

ऐतिहासिक तनाव और हालिया झड़पें

कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा को लेकर एक पुराना और जटिल विवाद है। जुलाई के आखिर में, दोनों देशों के बीच पांच दिनों तक भीषण लड़ाई चली थी, जिसमें दर्जनों सैनिक और आम नागरिक मारे गए थे। इस संघर्ष के बाद एक युद्धविराम कायम हुआ था, जिसे पिछले। महीने मलेशिया में आसियान सम्मेलन में और मजबूती दी गई थी। हालांकि, यह समझौता इस सप्ताह फिर से टूटने की कगार पर। पहुंच गया था, जब सीमा पर फिर से हिंसक झड़पें हुईं।

ताजा घटनाक्रम और आरोप-प्रत्यारोप

इस सप्ताह दोनों देशों के बीच तनाव फिर बढ़ गया। कंबोडियाई प्रधानमंत्री हुन मानेत ने आरोप लगाया कि थाई सैनिकों ने उत्तर-पश्चिमी प्रांत बांते मीनचेय के प्रेय चान गांव में गोलीबारी की, जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। उन्होंने इस घटना को युद्धविराम का उल्लंघन बताया। वहीं, थाई सेना ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि झड़प की शुरुआत कंबोडियाई सैनिकों ने की थी, जिन्होंने थाईलैंड के पूर्वी प्रांत सा काएओ में गोली चलाई। थाई पक्ष ने दावा किया कि उनकी तरफ कोई हताहत नहीं हुआ और सितंबर में भी इसी गांव में थाई सुरक्षाबलों और कंबोडियाई ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, लेकिन तब कोई मौत नहीं हुई थी।

विवाद की जड़: 1907 का नक्शा

दोनों देशों के बीच इस लंबे समय से चले आ रहे विवाद की जड़ 1907 का एक नक्शा है और यह नक्शा फ्रांसीसी औपनिवेशिक शासन के दौरान बनाया गया था, जब कंबोडिया फ्रांसीसी इंडोचाइना का हिस्सा था। थाईलैंड इस नक्शे को गलत मानता है और सीमांकन को लेकर अपनी आपत्ति जताता रहा है। यह ऐतिहासिक विवाद अक्सर सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव और झड़पों का कारण बनता रहा है, जिससे दोनों देशों के संबंध प्रभावित होते रहे हैं। ट्रंप का दावा है कि उन्होंने इस जटिल स्थिति में हस्तक्षेप कर एक बड़ी आपदा को टाल दिया है।

स्थायी शांति की उम्मीद

ट्रंप के हस्तक्षेप के बाद, दोनों देशों के बीच तनाव कम होने की उम्मीद है। हालांकि, सीमा विवाद का मूल कारण अभी भी बना हुआ है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता होगी और अमेरिका की मध्यस्थता ने तात्कालिक संकट को टाल दिया है, लेकिन दीर्घकालिक शांति के लिए कंबोडिया और थाईलैंड को अपने ऐतिहासिक मतभेदों को सुलझाने के लिए मिलकर काम करना होगा। ट्रंप का यह दावा अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में अमेरिकी प्रभाव और व्यापारिक दबाव के उपयोग की एक मिसाल पेश करता है।