- भारत,
- 30-Nov-2025 08:45 AM IST
रणवीर सिंह का 'कांतारा' पर विवादित बयान
बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार किसी फिल्म या फैशन स्टेटमेंट को लेकर नहीं, बल्कि एक विवादित बयान के चलते। हाल ही में एक प्रतिष्ठित इवेंट के दौरान, रणवीर सिंह ने ऋषभ शेट्टी की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कांताराः चैप्टर वन' की अभूतपूर्व सफलता और ऋषभ शेट्टी के शानदार अभिनय की जमकर तारीफ की। हालांकि, तारीफों के पुल बांधते हुए उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिसने उन्हें सोशल मीडिया पर नेटिजंस के निशाने पर ला खड़ा किया है। रणवीर ने फिल्म में दिखाई गई तुलु समाज की पूजनीय देवी को गलती से 'फीमेल भूत' कहकर संबोधित कर दिया, जिसके बाद से बवाल मचा हुआ है। यह घटना सार्वजनिक हस्तियों द्वारा धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के महत्व को एक बार फिर रेखांकित करती है।
'कांतारा' की ऐतिहासिक सफलता और सांस्कृतिक महत्व
ऋषभ शेट्टी द्वारा निर्देशित और अभिनीत 'कांताराः चैप्टर 1' इस साल की सबसे सफल फिल्मों में से एक रही है। यह फिल्म मात्र 125 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी, लेकिन इसने दुनियाभर में 800 करोड़ रुपये से अधिक का चौंका देने वाला कलेक्शन किया। भारत में ही फिल्म का कलेक्शन 912 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा, जिसने इसे साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की सूची में शामिल कर दिया। फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि कर्नाटक के तुलु समाज की समृद्ध संस्कृति, उनके देवी-देवताओं और 'देव' त्योहारों की भव्य परंपरा को भी बड़े पर्दे पर सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया और फिल्म में ऋषभ शेट्टी का अभिनय, खासकर क्लाइमेक्स में, दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देने वाला था और इसकी हर तरफ सराहना हुई। फिल्म ने क्षेत्रीय सिनेमा की शक्ति को साबित किया और एक सांस्कृतिक घटना बन गई, जिसने लाखों लोगों को अपनी जड़ों और आस्था से जोड़ा।तुलु समाज की देवी और 'भूत' का अंतर
'कांतारा' फिल्म कर्नाटक के तुलु समाज की 'दैव आराधना' (आत्मा पूजा) पर आधारित। है, जिसमें स्थानीय देवी-देवताओं को अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ पूजा जाता है। ये 'देव' या 'दैव' उस समाज के लिए संरक्षक, न्याय के प्रतीक और पूजनीय शक्तियां हैं, न कि पश्चिमी अवधारणा के 'भूत' या 'प्रेत' और रणवीर सिंह द्वारा फिल्म के एक महत्वपूर्ण धार्मिक पहलू को 'फीमेल घोस्ट' कहना, तुलु संस्कृति और उनकी आस्था की गहरी समझ की कमी को दर्शाता है। यह टिप्पणी सीधे तौर पर उन लाखों लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है, जो इन देवी-देवताओं में अटूट विश्वास रखते हैं और उन्हें अपने जीवन का अभिन्न अंग मानते हैं। इस तरह की गलतफहमी एक बड़े समुदाय के लिए अपमानजनक हो सकती है।IFFI इवेंट में रणवीर की टिप्पणी का विवरण
यह घटना इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के दौरान हुई, जहां। रणवीर सिंह ने 'कांतारा' और ऋषभ शेट्टी के काम की प्रशंसा की। अपनी बात रखते हुए, रणवीर ने फिल्म के एक विशेष दृश्य का जिक्र किया, जिसमें ऋषभ शेट्टी के अंदर चामुंडा माता का प्रवेश होता है और इसी संदर्भ में, रणवीर ने कहा, "मैंने ये फिल्म थिएटर में देखी और आपकी परफॉर्मेंस शानदार थी ऋषभ। खासतौर पर जब फीमेल घोस्ट आपके अंदर आ जाती है। " उन्होंने इस दृश्य की नकल भी की, जिससे ऋषभ शेट्टी सहित वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े और हालांकि, रणवीर का यह बयान, जिसमें उन्होंने तुलु समाज की पूजनीय देवी को 'फीमेल घोस्ट' कहा, कई लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत कर गया और बाद में सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया का कारण बना।नेटिजंस की कड़ी प्रतिक्रिया और धार्मिक भावनाओं का अपमान
रणवीर सिंह का यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर सामने आया, यूजर्स ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करना शुरू कर दिया और कई लोगों ने रणवीर की टिप्पणी को धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया और उनकी अज्ञानता पर सवाल उठाए। एक यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "क्या ही फिल्म देखी है, देवी को फीमेल घोस्ट कह रहे हैं। " अन्य यूजर्स ने भी इसी तरह की टिप्पणियां कीं, जिसमें अभिनेता को देवी-देवताओं और भूतों के बीच का अंतर न जानने के लिए फटकार लगाई गई। यह विवाद तेजी से फैल गया, और रणवीर सिंह को अपनी इस गलती के लिए भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर यह बहस छिड़ गई कि क्या सेलेब्रिटीज को सार्वजनिक रूप से बोलने से पहले सांस्कृतिक और धार्मिक संदर्भों को समझना चाहिए।सार्वजनिक हस्तियों की जिम्मेदारी
यह घटना एक बार फिर सार्वजनिक हस्तियों द्वारा धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के महत्व को उजागर करती है। 'कांतारा' फिल्म जिस विषय पर आधारित है, वह कर्नाटक के तुलु समाज के लिए अत्यंत पवित्र और पूजनीय है और ऐसे में, फिल्म के एक महत्वपूर्ण धार्मिक पहलू को हल्के में लेना या गलत तरीके से संबोधित करना, स्वाभाविक रूप से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है। रणवीर सिंह जैसे बड़े अभिनेता के बयान का व्यापक प्रभाव होता है, और इसलिए उनसे अधिक सावधानी और सम्मान की उम्मीद की जाती है, खासकर जब वे किसी समुदाय की आस्था से जुड़े विषयों पर बात कर रहे हों और एक सेलिब्रिटी के रूप में, उनके शब्दों का समाज पर गहरा असर होता है, और इसलिए उन्हें अपनी टिप्पणियों के प्रति अधिक जिम्मेदार होना चाहिए।रणवीर सिंह की आगामी फिल्म 'धुरंधर'
इस विवाद के बीच, रणवीर सिंह अपनी आगामी फिल्म 'धुरंधर' को लेकर भी चर्चा में हैं। यह फिल्म 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। 'धुरंधर' में रणवीर सिंह के साथ सारा अर्जुन, अर्जुन रामपाल, आर माधवन, संजय दत्त और अक्षय खन्ना जैसे कई बड़े सितारे नजर आएंगे। फिल्म की रिलीज डेट जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, फैंस के बीच उत्साह बढ़ता जा रहा है। फिल्म में सारा अर्जुन का रणवीर सिंह के साथ रोमांस भी सुर्खियां बटोर रहा है, खासकर इसलिए क्योंकि सारा अर्जुन रणवीर से 20 साल छोटी हैं। हाल ही में फिल्म का एक नया गाना भी रिलीज हुआ है, जिसमें दोनों की केमिस्ट्री को काफी पसंद किया जा रहा है और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का उनकी आने वाली फिल्म पर क्या असर पड़ता है और क्या रणवीर सिंह इस मामले पर कोई स्पष्टीकरण देते हैं।#RanveerSingh literally called Chavundi Mata a GHOST 😡😡😡
— Pan India Review (@PanIndiaReview) November 29, 2025
Mimicked her in funny way 🙂↔️🙂↔️🙂↔️🙂↔️
Man is working hard to make things difficult for #Dhurandhar ‼️pic.twitter.com/HeNyi60lu7
