Donald Trump News / कतर को ट्रंप ने दी सुरक्षा गारंटी, इजराइली हमले के 20 दिन बाद फैसला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कतर की सुरक्षा की गारंटी देने वाले आदेश पर साइन किए हैं। इसमें कहा गया है कि कतर पर हमले की स्थिति में अमेरिका हर जरूरी कदम उठाएगा, जिसमें सैन्य कार्रवाई भी शामिल है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम मिडिल ईस्ट में अमेरिका की रणनीतिक मौजूदगी को और मजबूत करेगा।

Donald Trump News: 29 सितंबर, 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कतर को सुरक्षा की गारंटी दी गई है। इस आदेश के अनुसार, यदि कतर पर कोई सशस्त्र हमला होता है, तो अमेरिका इसे अपनी शांति और सुरक्षा के लिए खतरा मानेगा और कतर की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा, जिसमें सैन्य कार्रवाई भी शामिल हो सकती है। यह आदेश 1 अक्टूबर, 2025 को व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर सार्वजनिक किया गया।

आदेश का पृष्ठभूमि और संदर्भ

यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब 9 सितंबर, 2025 को इजराइल ने दोहा में हमास के नेताओं पर हमला किया था। इस हमले में कतर के सुरक्षा बल के एक सदस्य सहित छह लोग मारे गए थे। हमले के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जस्सिम अल थानी से फोन पर माफी मांगी थी। उस समय नेतन्याहू वॉशिंगटन में ही थे, जहां उन्होंने व्हाइट हाउस में इस घटना पर अफसोस जताया।

ट्रंप के इस आदेश का उद्देश्य कतर को यह आश्वासन देना है कि अमेरिका उसका मजबूत सहयोगी है और उसकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, कतर के अधिकारियों ने अभी तक इस आदेश पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।

आदेश की कानूनी स्थिति

इस कार्यकारी आदेश की कानूनी स्थिति कुछ हद तक अस्पष्ट है। अमेरिका में इस तरह के अंतरराष्ट्रीय समझौतों या आदेशों के लिए आमतौर पर सीनेट की मंजूरी आवश्यक होती है। हालांकि, राष्ट्रपति को कुछ मामलों में बिना सीनेट की मंजूरी के भी अंतरराष्ट्रीय समझौते करने का अधिकार है। उदाहरण के लिए, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2015 में ईरान के साथ जॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन (JCPOA) परमाणु समझौता बिना सीनेट की मंजूरी के किया था। इसके अलावा, सैन्य कार्रवाई का अंतिम फैसला भी राष्ट्रपति के पास होता है।

कतर का रणनीतिक महत्व

कतर, फारस की खाड़ी में स्थित एक छोटा लेकिन आर्थिक रूप से समृद्ध देश है, जो अपने विशाल प्राकृतिक गैस भंडारों के लिए जाना जाता है। मध्य पूर्व में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा, अल उदीद एयर बेस, कतर में स्थित है, जहां लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। 2022 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कतर को प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा दिया था, जो कतर की रणनीतिक महत्व को रेखांकित करता है।

क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव

विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह आदेश केवल कतर की सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मध्य पूर्व में अमेरिका की रणनीतिक स्थिति को और मजबूत करने का एक कदम है। मध्य पूर्व अमेरिका के लिए भू-राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह आदेश क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने और अमेरिका की सैन्य उपस्थिति को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।