Share Market / मंगलवार को शेयर बाजार में अमंगल, 5 घंटे में डूबे 10 लाख करोड़

मंगलवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1100 अंक टूटा, जिससे निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये डूब गए। रिलायंस, अडानी, HDFC सहित कई दिग्गज कंपनियों के शेयर गिरे। अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक बाजारों में कमजोरी गिरावट के प्रमुख कारण रहे।

Share Market: कारोबारी हफ्ते के लगातार दूसरे दिन मंगलवार को शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखी गई। रिलायंस, HDFC से लेकर अडानी समूह की कंपनियों समेत कई दिग्गज स्टॉक्स में भारी बिकवाली हुई। इस गिरावट में निवेशकों को महज 5 घंटे के अंदर 10 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

मंगलवार दोपहर 2 बजे तक सेंसेक्स 1100 अंकों की भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। बाजार में इस बिकवाली का मुख्य कारण ग्लोबल बाजारों में कमजोरी और अमेरिका द्वारा नए टैरिफ का ऐलान बताया जा रहा है। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा लगातार की जा रही पूंजी निकासी और अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर की आशंका भी बाजार की गिरावट को तेज कर रही है। सेंसेक्स और निफ्टी लगातार पांचवे सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।

इन शेयरों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

सेंसेक्स में लिस्टेड 30 कंपनियों में से कई दिग्गज कंपनियों के स्टॉक्स भारी गिरावट में रहे। इनमें पावर ग्रिड, जोमैटो, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा, कोटक महिंद्रा बैंक और टाटा स्टील के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, कुछ स्टॉक्स जैसे इंफोसिस, एचसीएल टेक, मारुति और आईटीसी हल्की बढ़त के साथ कारोबार करते नजर आए।

ग्लोबल बाजारों का असर

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी निवेशकों की बेचैनी साफ दिखी। एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी बढ़त में रहा। अमेरिकी शेयर बाजार सोमवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ था। इसके अलावा, ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.26% की बढ़त के साथ 76.07 डॉलर प्रति बैरल पर रही।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दबाव

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने सोमवार को भी भारी बिकवाली की। FII ने शुद्ध रूप से 2,463.72 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की, जिससे बाजार पर और दबाव बढ़ा।

रुपये में उतार-चढ़ाव

मंगलवार को रुपये में मजबूती देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 61 पैसे की बढ़त के साथ 86.84 पर पहुंच गया। हालांकि, बढ़ती आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सोमवार को रुपया 88 के स्तर के करीब पहुंच गया था।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मंगलवार को 87.45 पर खुला और सुबह के कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.84 पर पहुंच गया। सोमवार को यह 87.45 पर बंद हुआ था।

निवेशकों के लिए आगे की रणनीति

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव का यह दौर जारी रह सकता है। निवेशकों को जल्दबाजी में निर्णय लेने के बजाय लंबी अवधि के दृष्टिकोण से निवेश की रणनीति बनानी चाहिए। अमेरिकी नीतियों और वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर रखना जरूरी होगा, ताकि सही समय पर सही फैसले लिए जा सकें।