Indian Cricket Team / विराट कोहली-रोहित शर्मा की सरेआम 'बेइज्जती', जानिए किसने लांघी हदें

भारत ने मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ कर शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर के बयान ने हलचल मचा दी। मांजरेकर ने कहा, रोहित-विराट टीम के सीनियर खिलाड़ी जरूर थे, पर उनके योगदान की कमी नहीं खली। गिल, राहुल और जडेजा जैसे खिलाड़ियों ने उन्हें पीछे छोड़ दिया।

Indian Cricket Team: भारत ने मैनचेस्टर टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करते हुए मुकाबला ड्रॉ करा लिया। इस रोमांचक मैच के बाद जहां प्रशंसक भारतीय टीम की तारीफ कर रहे हैं, वहीं पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का एक बयान सुर्खियों में छा गया है। मांजरेकर ने रोहित शर्मा और विराट कोहली को लेकर ऐसी टिप्पणी की है, जो उनके फैंस को बिल्कुल पसंद नहीं आई। उनके बयान में इशारों-इशारों में दोनों दिग्गज खिलाड़ियों की आलोचना झलक रही है। आइए जानते हैं कि मांजरेकर ने आखिर कहा क्या और क्यों यह बयान इतना विवादास्पद बन गया।

मांजरेकर का विवादित बयान

जियो हॉटस्टार पर एक चर्चा के दौरान संजय मांजरेकर ने कहा, "रोहित शर्मा पिछले सीरीज में 10 की औसत से बल्लेबाजी कर रहे थे। विराट कोहली पिछले पांच सालों में 30 की औसत से रन बना रहे थे। इन दोनों की जगह भरना आसान नहीं था, लेकिन यह कोई बड़ा नुकसान नहीं था। ये दो सीनियर खिलाड़ियों का नुकसान था, लेकिन उनके योगदान का नुकसान नहीं था, क्योंकि वे ज्यादा योगदान दे ही नहीं रहे थे।"

मांजरेकर के इस बयान का मतलब साफ है कि रोहित और विराट हाल के समय में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर रहे थे, और उनकी अनुपस्थिति में भी भारतीय टीम को कोई खास कमी महसूस नहीं हुई। यह बयान दोनों खिलाड़ियों के प्रशंसकों के लिए अपमानजनक माना जा रहा है, क्योंकि रोहित और विराट लंबे समय से भारतीय क्रिकेट के दो बड़े स्तंभ रहे हैं।

इंग्लैंड सीरीज में युवा बल्लेबाजों का जलवा

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने रनों की बरसात कर दी। रन बनाने वालों की सूची में शीर्ष चार बल्लेबाज भारतीय ही हैं। शुभमन गिल ने 722 रनों के साथ पहला स्थान हासिल किया है। केएल राहुल 511 रनों के साथ दूसरे नंबर पर हैं, जबकि ऋषभ पंत ने 479 रन बनाए। रवींद्र जडेजा ने भी 113.50 की शानदार औसत से 454 रन जोड़े। इन आंकड़ों से साफ है कि भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप ने इस सीरीज में बिना रोहित और विराट के भी शानदार प्रदर्शन किया।

मांजरेकर की बात में कितनी सच्चाई?

मांजरेकर का बयान भले ही कड़वा लगे, लेकिन आंकड़े उनके दावे को कुछ हद तक सही ठहराते हैं। रोहित और विराट हाल के कुछ समय में अपनी पुरानी फॉर्म में नजर नहीं आए। फिर भी, यह कहना कि उनकी अनुपस्थिति का कोई असर नहीं हुआ, शायद अतिशयोक्ति है। रोहित और विराट का अनुभव और नेतृत्व टीम के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। उनके बिना भी युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनकी जगह को पूरी तरह भुलाया जा सकता है।

प्रशंसकों में नाराजगी

मांजरेकर का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। रोहित और विराट के प्रशंसकों ने इसे दोनों खिलाड़ियों का अपमान बताया है। कई फैंस का मानना है कि मांजरेकर ने जानबूझकर इन दिग्गजों को निशाना बनाया। कुछ ने तो यह भी कहा कि मांजरेकर को अपनी टिप्पणियों में संयम बरतना चाहिए। दूसरी ओर, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि मांजरेकर ने सिर्फ आंकड़ों के आधार पर अपनी राय रखी, जिसमें कुछ सच्चाई हो सकती है।