- भारत,
- 03-Jun-2025 11:43 PM IST
RCB vs PBKS: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अपने पहले खिताब का स्वाद चख ही लिया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स (PBKS) को 6 रन से हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ ही 18वें सीजन में लीग को अपना आठवां विजेता मिला।
RCB ने तोड़ा 17 साल का सूखा
2008 से चली आ रही असफलताओं की कड़ी को तोड़ते हुए RCB ने 17 साल बाद अपनी किस्मत को बदला। फाइनल में टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर 190 रन बनाए। जवाब में पंजाब किंग्स की टीम 20 ओवर में 184 रन ही बना सकी। कप्तान रजत पाटीदार की अगुवाई में यह जीत RCB के लिए नई शुरुआत बन गई है।
कोहली का सपना हुआ पूरा
विराट कोहली के लिए यह खिताबी जीत बेहद खास रही। IPL के पहले सीजन से टीम का हिस्सा रहे कोहली इस खिताब के लिए वर्षों से तरस रहे थे। मंगलवार की रात को उन्होंने 35 गेंदों में 43 रन की उपयोगी पारी खेली और टीम को ठोस आधार दिया। आखिरकार वह दिन आ ही गया जब उनके नाम के आगे ‘IPL चैंपियन’ भी जुड़ गया।
क्रुणाल पांड्या का करिश्मा
RCB की जीत में सबसे निर्णायक भूमिका निभाई ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने। उन्होंने फाइनल में 4 ओवर में केवल 17 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिसमें प्रभसिमरन सिंह और जोश इंग्लिश जैसे बल्लेबाज शामिल थे। उनके कसी गेंदबाजी स्पेल ने पंजाब की रन गति पर लगाम लगाई और मैच का रुख बदल दिया।
भुवनेश्वर और यश दयाल ने भी दिखाया दम
तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट झटके, और यह पहली बार था जब उन्होंने किसी T20 फाइनल में विकेट लिए। उनके साथ यश दयाल ने अहम मौकों पर कसी गेंदबाजी की, जिससे पंजाब की उम्मीदें लगातार कमजोर होती गईं।
पंजाब की फिर टूटी उम्मीद
पंजाब किंग्स की शुरुआत अच्छी रही थी। ओपनिंग जोड़ी ने 43 रन जोड़े, लेकिन मिडिल ऑर्डर की नाकामी और लगातार विकेट गिरने से टीम मैच में पीछे होती चली गई। जितेश शर्मा ने 10 गेंदों में 24 रन जरूर बनाए लेकिन वह काफी नहीं थे। अर्शदीप सिंह और काइल जैमिसन ने गेंदबाजी में 3-3 विकेट लेकर अच्छा प्रयास किया, पर बल्लेबाजों से वैसा ही समर्थन नहीं मिला।
RCB अब बनी IPL की आठवीं चैंपियन टीम
इस जीत के साथ RCB अब उन टीमों की सूची में शामिल हो गई है जिन्होंने IPL ट्रॉफी उठाई है। इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात जायंट्स खिताब जीत चुकी हैं।
संयोग भी बना किस्मत का हिस्सा
फैंस के बीच यह बात लंबे समय से चल रही थी कि 18वें सीजन में 18 नंबर की जर्सी पहनने वाले विराट कोहली का भाग्य बदल सकता है। महाभारत की 18वीं रात की तरह, IPL का यह 18वां संस्करण भी RCB के लिए निर्णायक साबित हुआ। किस्मत, प्रदर्शन और संयम का यह संगम RCB को वह मुकाम दिला गया, जिसका इंतजार हर बेंगलुरु फैन को बरसों से था।
नया युग, नई उम्मीदें
RCB की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक युग का अंत और नए युग की शुरुआत है। जहां कभी "Ee Sala Cup Namde" मजाक का विषय था, अब वह गर्व का नारा बन गया है। यह खिताब न सिर्फ खिलाड़ियों की मेहनत, बल्कि लाखों फैंस की उम्मीदों की जीत है।