Vikrant Shekhawat : Oct 09, 2021, 09:12 AM
मुंबई: मुंबई क्रूज पार्टी रेड के बाद से शाहरुख खान के बेटे आर्यन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में हैं। इस मामले में सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह का कहना है कि अगर आरोपी के पास से ड्रग्स नहीं मिली तो उसका जुर्म नहीं बनता है। अगर किसी ने ड्रग्स ली है तो वह आरोपी से ज्यादा विक्टिम है। उन्होंने बताया कि NDPS ऐक्ट रिकवरी पर ही बेस्ड होता है।रिकवरी पर बनती है सजामुंबई के कॉर्डेलिया शिप पर एनसीबी ने रेड के बाद आर्यन खान को 2 अक्टूबर कि हिरासत में लिया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके 7 अक्टूबर तक एनसीबी की कस्टडी में दिया गया। रिपोर्ट्स हैं कि आर्यन के पास से ड्रग्स नहीं मिली। वहीं उनके वकील सतीश मानशिंदे भी इस बात को कोर्ट में रख चुके हैं। अब सुशांत सिंह राजपूत में उनके परिवार की तरफ से केस लड़ चुके वकील विकास सिंह ने NDTV से बातचीत के दौरान बताया, नारकोटिक्स ड्रग्स ऐंड साइकॉट्रॉपिक सब्सटेंस ऐक्ट रिकवरी पर ही आधारित है। अगर रिकवरी नहीं हुई है तो कोई जुर्म नहीं बनता है। उन्होंने कहा कि सजा भी रिकवरी पर निर्भर करती है। कम मात्रा है तो 1 साल, ज्यादा है तो उसी हिसाब से सजा बढ़ेगी लेकिन रिकवरी नहीं है तो कोई सजा नहीं।अगर ऐसा है तो कानून का उल्लंघनविकास सिंह ने ये भी कहा कि अगर बिना रिकवरी के किसी को गिरफ्तार किया गया है तो यह पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, कोई ड्रग्स ले रहा है तो उसे इस गुनाह का विक्टिम माना जा सकता है न कि गुनहगार। अगर आप ड्रग सप्लाई कर रहे हैं या पेडलिंग कर रहे हैं तो क्राइम बनता है।