Share Market News / बाजार में कौन दिखा रहा करामात, 12 लाख करोड़ की निवेशकों पर हुई बरसात

बीते 4 दिनों में शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखा गया। सेंसेक्स-निफ्टी 2% से अधिक चढ़े। निवेशकों ने करीब 12 लाख करोड़ रुपये कमाए। निफ्टी 11 महीने के हाई पर और बैंक निफ्टी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। इस तेजी की बड़ी वजह है आरबीआई की संभावित ब्याज दर कटौती।

Share Market News: पिछले एक दशक से देश की अर्थव्यवस्था शेयर बाजार के दम पर रफ्तार पकड़ रही है। मौजूदा समय में भारत की GDP जहां 4 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच चुकी है, वहीं शेयर बाजार का कुल मूल्यांकन 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है। बीते चार दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 2% से अधिक की तेज़ी दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की संपत्ति में करीब 12 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। यह तेजी न केवल बाजार में निवेशकों के उत्साह को दर्शाती है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास को भी मजबूत करती है।

सेंसेक्स में चौतरफा तेजी

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स लगातार चार दिनों से तेजी के साथ बंद हो रहा है। 3 जून को सेंसेक्स 80,737.51 पर बंद हुआ था, जबकि सोमवार को यह 82,445.21 तक पहुंच गया। यानी कुल 1707.7 अंकों की बढ़त देखी गई है। सोमवार को सेंसेक्स ने 82,669 अंकों का इंट्राडे हाई भी छुआ, जो इस बात का संकेत है कि बाजार में तेजी का रुख बरकरार रह सकता है।

निफ्टी पहुंचा 11 महीने के उच्चतम स्तर पर

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी पीछे नहीं रहा। बीते चार कारोबारी दिनों में निफ्टी में 2.28% की बढ़त देखी गई है। 3 जून को निफ्टी 24,542.50 पर बंद हुआ था और सोमवार को यह 25,103.20 तक पहुंच गया। यह 11 महीने का उच्चतम स्तर है। निफ्टी ने दिन में 25,160.10 का उच्चतम स्तर भी छूआ। जानकारों का मानना है कि यदि यही रुझान बना रहा, तो निफ्टी जल्द ही अपना पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ सकता है।

12 लाख करोड़ की संपत्ति बढ़ी निवेशकों की

शेयर बाजार की तेजी से निवेशकों को जबरदस्त फायदा हुआ है। BSE का मार्केट कैपिटल 3 जून को 4,43,16,679.96 करोड़ रुपये था, जो 10 जून को बढ़कर 4,55,06,501.75 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इस दौरान 11,89,821.79 करोड़ रुपये की संपत्ति निवेशकों को प्राप्त हुई है।

तेजी के पीछे RBI की नीति

शेयर बाजार की इस मजबूती के पीछे सबसे अहम कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नीतिगत दरों में संभावित कटौती है। बाजार में यह अनुमान पहले से लगाया जा रहा था कि RBI मौद्रिक नीति में नरमी ला सकता है। इसी उम्मीद में बैंकिंग शेयरों में जोरदार खरीदारी देखी गई, जिसने बाजार को ऊपर खींचा।

जानकार क्या कहते हैं?

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि “ब्याज दरों और सीआरआर में कटौती की उम्मीद से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। आने वाले समय में मिडकैप शेयरों में नकदी प्रवाह और लिवाली और तेज़ हो सकती है।”

लेमन मार्केट्स डेस्क के विश्लेषक सतीश चंद्र अलूरी के मुताबिक, “पिछले हफ्ते की आरबीआई नीति घोषणा ने बाजार की धारणा को मजबूती दी है। रियल्टी को छोड़कर सभी सेक्टरों में खरीदारी देखने को मिली, जिससे बाजार में चौतरफा मजबूती बनी रही।”