Maharashtra Political / किसकी होगी NCP? अजित गुट 40 विधायक साथ का दावा, शरद पवार पर अजित गुट भारी!

Zoom News : Jul 05, 2023, 01:39 PM
Maharashtra Political: महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज अहम दिन है. एनसीपी के दो गुट अपने-अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं. पार्टी पर कब्जे की इस लड़ाई में चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार में से किसका पलड़ा भारी है, इसपर हर किसी की नज़र टिकी है. जिससे ये फैसला लिया जा सके लिए असली NCP कौन सी है। एनसीपी पर अजित पवार का दावा है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है तो वहीं शरद पवार गुट की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि 9 विधायक जिन्होंने शपथ ली है, उनको छोड़कर कोई उनके (अजित) साथ नहीं है। 

छगन भुजबल ने फिर किया 40 विधायकों का दावा
अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल ने मंच से 40 से अधिक विधायकों के समर्थन की बात कही है. छगन भुजबल का कहना है कि 30-31 विधायक यहां पहुंच गए हैं, जबकि कुछ एमएलए अभी जाम में फंसे हैं.

अजित के मंच पर 29 विधायक
अजित पवार गुट की बैठक शुरू हो गई है और यहां मंच पर बड़ी संख्या में विधायक मौजूद हैं. करीब 29 विधायक मंच पर हैं, जबकि बीच में शरद पवार की कुर्सी खाली रखी गई है. अजित पवार गुट के नेताओं का दावा है कि अभी विधायकों का आना जारी है, हमारे पास पर्याप्त संख्या होगी.

शरद पवार कैंप में 10 विधायक और 3 सांसद पहुंचे
शरद पवार कैंप में 10 विधायक पहुंचे हैं और  3 सांसद पहुंचे हैं। जो विधायक पहुंचे हैं, उनमें राजेन्द्र शिंगने, जितेंद्र अव्हाड, प्राजक्ता तानपुरे, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, बालासाहेब पाटिल, देवेंद्र भूयार, अशोक पवार, रोहित पवार, किरण लामटे हैं। 
जो सांसद पहुंचे हैं, उसमें फौजिया खान (राज्यसभा), श्रीनिवास पाटिल (लोकसभा) और सुप्रिया शिंदे (लोकसभा) हैं। 

हमारे साइ़ड के कार्यकर्ता भी BJP से नाराज- शरद पवार गुट के नेता
शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार ने कहा है कि हमारे साइ़ड के एनसीपी के कार्यकर्ता भी बीजेपी से नाराज हैं. सभी लोग और कार्यकर्ता एकजूट होकर एक अच्छे विचार को ताकत देंगे और आने वाले चुनाव में सत्ता में जो हैं उन्हें आप जाता हुआ देखेंगे.

आने वाले दिनों में बदलेगा महाराष्ट्र का सीएम: संजय राउत
संजय राउत ने कहा है कि जिस तरह से अजित पवार को लाया गया है, उसकी जरूरत नहीं थी. उनके पास पूरा बहुमत था. 170 तक उनका आंकड़ा भी हो गया था. फिर भी अजित पवार जैसे सीनियर नेताओं और कुछ विधायकों को उनके सामने लाकर शिंदे गुट के सामने चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि इस तरह से शिंदे गुट का पावर खत्म कर दिया गया है. आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री बदल सकता है.

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