IND vs ENG / शमी को प्लेइंग 11 में क्यों नहीं मिली जगह? सूर्यकुमार यादव ने किया खुलासा

भारत और इंग्लैंड के बीच कोलकाता में पहले टी20 मैच में भारत ने तीन स्पिनरों को चुना, जबकि मोहम्मद शमी को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया। ईडन गार्डन्स में भारत की 7 विकेट से जीत के बावजूद शमी की अनुपस्थिति पर सवाल उठे। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इसे रणनीतिक फैसला बताया।

Vikrant Shekhawat : Jan 23, 2025, 11:40 AM
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच कोलकाता के प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में खेले गए पहले टी20 मुकाबले ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया। भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह मैच 7 विकेट से अपने नाम किया। हालांकि, इस मुकाबले में मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी ने फैंस और क्रिकेट पंडितों के बीच चर्चा का विषय बना दिया। शमी, जिनकी तेज गेंदबाजी भारत की ताकत मानी जाती है, को प्लेइंग इलेवन में शामिल न करना कई सवाल खड़े करता है, खासकर जब मैच तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल ईडन गार्डन्स की पिच पर खेला गया।

तीन स्पिनरों के साथ उतरी टीम इंडिया

इस मैच में भारतीय टीम ने एक अलग रणनीति अपनाते हुए तीन प्रमुख स्पिनरों - वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल, और रवि बिश्नोई को मैदान पर उतारा। इस फैसले ने कई लोगों को हैरान कर दिया, क्योंकि ईडन गार्डन्स को पारंपरिक रूप से तेज गेंदबाजों की मददगार पिच माना जाता है। इसके बावजूद, टीम मैनेजमेंट ने शमी को बेंच पर रखा। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मैच के बाद स्पष्ट किया कि यह फैसला पिच की स्थिति और टीम की रणनीति को ध्यान में रखते हुए लिया गया था।

शमी की गैरमौजूदगी: रणनीति या फिटनेस?

मोहम्मद शमी पिछले एक साल से इंटरनेशनल क्रिकेट से बाहर थे। उन्होंने आखिरी बार 2023 वनडे वर्ल्ड कप में खेला था, जिसके बाद टखने की चोट और सर्जरी के चलते उन्हें लंबे समय तक मैदान से दूर रहना पड़ा। हालांकि, अक्टूबर 2024 में घरेलू क्रिकेट में वापसी करते हुए शमी ने अपनी फिटनेस और फॉर्म दोनों को साबित किया। उन्होंने बंगाल की ओर से खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में जगह दी गई।

फैंस को उम्मीद थी कि शमी कोलकाता में भारत के लिए नई गेंद से आगाज करेंगे, लेकिन उन्हें बाहर रखने के फैसले ने उनके फिटनेस को लेकर अटकलों को हवा दी। हालांकि, कप्तान सूर्यकुमार ने इन अटकलों को खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से रणनीतिक फैसला बताया। उन्होंने कहा, "हमने हार्दिक पांड्या को नई गेंद से गेंदबाजी करने की जिम्मेदारी दी और अतिरिक्त स्पिनरों को शामिल किया, क्योंकि हमें लगा कि यह टीम के लिए बेहतर संतुलन प्रदान करेगा।"

फैंस की निराशा

शमी के प्रशंसकों को उनकी मैदान पर वापसी का लंबे समय से इंतजार था। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज की शुरुआत से पहले उन्होंने अपने फैंस से इंटरनेशनल क्रिकेट में जोरदार वापसी का वादा किया था। लेकिन पहले मैच में बाहर बैठाए जाने से फैंस निराश हो गए। सोशल मीडिया पर भी शमी की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाए गए।

आगे की राह

भले ही यह फैसला रणनीति का हिस्सा था, लेकिन शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में शामिल न करना एक बड़ा निर्णय था। इस सीरीज में आगे के मुकाबलों में उनकी वापसी पर सबकी नजरें रहेंगी। टीम मैनेजमेंट को यह सुनिश्चित करना होगा कि शमी जैसे खिलाड़ियों को मौका देकर टीम का संतुलन बनाए रखा जाए और उनकी काबिलियत का पूरा लाभ उठाया जाए।

निष्कर्ष
कोलकाता में पहले टी20 मुकाबले में भारतीय टीम की जीत ने सीरीज में मजबूत शुरुआत दिलाई। हालांकि, शमी की गैरमौजूदगी ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा को जन्म दिया। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे के मुकाबलों में टीम इंडिया उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल कर पाती है या नहीं।