- भारत,
- 31-Jul-2025 10:00 AM IST
IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम 31 जुलाई को इंग्लैंड के खिलाफ केनिंग्टन ओवल में पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में उतरेगी। पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज में अब तक चार मुकाबले खेले जा चुके हैं, जिसमें इंग्लैंड ने दो मैच जीते, भारत ने एक में जीत हासिल की, और मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा। शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम की नजरें इस अंतिम टेस्ट को जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबर करने पर होंगी। इस बीच, सभी की निगाहें भारत की प्लेइंग 11 पर टिकी हैं, जिसमें तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के टेस्ट डेब्यू की संभावना जोर पकड़ रही है।
अर्शदीप सिंह के डेब्यू की उम्मीद
केनिंग्टन ओवल की पिच के ग्रीन टॉप होने की संभावना है, जो तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है। इंग्लैंड ने अपनी प्लेइंग 11 में चार प्रमुख तेज गेंदबाजों को शामिल किया है, जबकि कोई विशेषज्ञ स्पिनर नहीं चुना गया है। इंग्लैंड की स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा जैकब बेथेल और जो रूट संभाल सकते हैं। दूसरी ओर, भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अर्शदीप सिंह के डेब्यू को लेकर संकेत दिए। गिल ने कहा, "अर्शदीप को तैयार रहने के लिए कहा गया है। हम आज शाम पिच का मुआयना करने के बाद अंतिम प्लेइंग 11 पर फैसला लेंगे।" भारत के पास रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर के रूप में दो शानदार स्पिनर हैं, जिन्होंने इस सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से उम्दा प्रदर्शन किया है।
अर्शदीप सिंह का फर्स्ट-क्लास रिकॉर्ड
अर्शदीप सिंह ने सीमित ओवरों के प्रारूप में अपनी गेंदबाजी से खासा प्रभावित किया है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह अभी अपने डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं। उनके फर्स्ट-क्लास करियर पर नजर डालें तो उन्होंने 21 मैचों में 37 पारियों में 30.37 की औसत से 66 विकेट हासिल किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक पारी में 40 रन देकर 6 विकेट रहा है। अर्शदीप को काउंटी क्रिकेट में केंट के लिए खेलने का अनुभव भी है, जिससे उन्हें इंग्लैंड की परिस्थितियों की अच्छी समझ है। यह अनुभव ओवल की पिच पर उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।
भारत की रणनीति और चुनौतियां
भारतीय टीम के लिए यह मैच न केवल सीरीज बराबर करने का मौका है, बल्कि युवा कप्तान शुभमन गिल की अगुआई में अपनी क्षमता साबित करने का भी अवसर है। इंग्लैंड की तेज गेंदबाजी आक्रामक होने की उम्मीद है, और भारत को अपने बल्लेबाजों, खासकर शीर्ष क्रम, से मजबूत प्रदर्शन की जरूरत होगी। रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर की ऑलराउंड क्षमता भारत के लिए महत्वपूर्ण होगी, खासकर तब जब पिच पर स्पिनरों को भी कुछ मदद मिल सकती है।
