Brij Bhushan Singh / क्या खत्म हो जाएगा बृजभूषण का वर्चस्व? WFI को मिलेगा नया अध्यक्ष

Zoom News : Aug 01, 2023, 07:35 AM
Brij Bhushan Singh: भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) को 12 साल के बाद नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है. यौन उत्पीड़न के आरोपों से जूझ रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह का कार्यकाल पूरा हो चुका है और अब नए अध्यक्ष के लिए चुनाव हो रहे हैं. कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष पद के लिए चार उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरे हैं. बृजभूषण शरण सिंह भले ही चुनावी मैदान में नहीं है, लेकिन फेडरेशन पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहते हैं. ऐसे में अपने करीबी संजय सिंह और जय प्रकाश को मैदान में उतारा है तो उनके सामने दूसरी तरफ से दुष्यंत शर्मा और अनीता श्योराण किस्मत आजमा रही हैं. ऐसे में देखना है कि बृजभूषण सिंह का कुश्ती संघ पर दबदबा कायम रहता है या फिर डेढ़ दशक का उनका वर्चस्व खत्म हो जाएगा?

बृजभूषण के करीबी ने किया नामांकन

कुश्ती फेडरेशन चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया. इसके अलावा उन्होंने अपने एक और करीबी जय प्रकाश का भी नामांकन दाखिल कराया है ताकि संजय सिंह का किसी कारण से कैंसिल होता है तो एक उम्मीदवार मैदान में रहे. हालांकि, पहले प्रेसिडेंट के लिए मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष मोहन यादव को चुनाव लड़ाने की चर्चा थी, लेकिन स्टेट्स यूनिट्स के वोटर्स का सपोर्ट उन्हें नहीं मिल पाया. ऐसे में आखिरी समय पर बृजभूषण सिंह ने संजय सिंह को मैदान में उतारा.

अनीता श्योराण भी लड़ रहीं चुनाव

फेडरेशन के महासचिव के लिए दर्शन लाल और कोषाध्यक्ष पद के लिए सत्यपाल देशवाल ने नामांकन दाखिल किया है. ये दोनों नेता भी बृजभूषण सिंह के करीबी माने जाते हैं. वहीं, प्रतिद्वंद्वी गुट से जो लोग मैदान में उतरे हैं, उनमें रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) के सचिव प्रेम चंद लोचब (गुजरात प्रतिनिधि) महासचिव पद के लिए मैदान में है. इसके अलावा बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में गवाहों में से एक अनीता श्योराण शामिल हैं, जिनका नाम शामिल किया गया है. इसके अलावा दुष्यंत शर्मा भी मैदान में है.

बृजभूषण का खास संभालेगा अध्यक्ष की कमान

दिलचस्प बात यह है कि कुश्ती फेडरेशन के पूर्व चीफ बृजभूषण शरण सिंह हरियाणा के संबंध रखने वाले देवेद्र सिंह कादियान, अनीता श्योराण और प्रेमचंद लोचब के नाम पर तैयार नहीं थे. वे चाहते थे कि उतराखंड कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष सतपाल सिंह या हरियाणा से बाहर किसी अन्य राज्यों के पास कुश्ती संघ की कमान जाए. सतपाल सिंह को बृजभूषण का करीबी माना जाता है. ऐसे में खेल मंत्रालय और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (साई) के अधिकारी नहीं चाहते थे कि बृजभूषण सिंह का कोई खास अध्यक्ष की कमान संभाले.

स्टेट्स यूनिट्स का समर्थन नहीं

सतपाल सिंह के नाम पर सहमति नहीं बन पाई तो बृजभूषण सिंह ने मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष मोहन यादव के नाम को आगे बढ़ाया, लेकिन उनको स्टेट्स यूनिट्स का समर्थन नहीं मिला. ऐसे में यूपी के वाराणसी से ताल्लुक रखने वाले संजय सिंह को उतारा गया, जिन्होंने सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. संजय कुमार को बृजभूषण सिंह का करीबी माना जाता है.

अलग-अलग पदों के लिए 18 उम्मीदवार

बृजभूषण शरण सिंह के दमाद विशाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे पैनल से अलग-अलग पदों के लिए 18 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं. एक अध्यक्ष पद, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष और बाकी चार उपाध्यक्ष सहित एक महासचिव, कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किए हैं. वहीं, बृजभूषण सिंह ने कहा था कि हमारे परिवार से कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा, लेकिन 25 राज्य ईकाइयों में से 22 का समर्थन प्राप्त है. इस तरह से कुश्ती संघ पर बृजभूषण शरण का राजनीतिक वर्चस्व कायम रहने की उम्मीद है.

12 साल तक लगातार अध्यक्ष रहे बृजभूषण

कुश्ती फेडरेशन के संविधान के मुताबिक हर चार साल में एक बार चुनाव कराए जाते हैं. एक व्यक्ति तीन कार्यकाल तक या फिर 12 साल से ज्यादा अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकता. महासचिव या कोषाध्यक्ष दो कार्यकाल या 8 साल से ज्यादा के लिए पद पर बने नहीं रह सकते. बृजभूषण शरण सिंह 12 साल से लगातार भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष रह चुके हैं, जिसके चलते अब खुद चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. ऐसे में उन्होंने कुश्ती संघ पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए अपने करीबी नेताओं को मैदान में उतारा है.

महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे. ओलंपिक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट जैसे नामी गिरामी पहलवानों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ सड़क पर उतर गए थे. पहलवानों ने महीनों दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था. यौन उत्पीड़न के मामले में बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर भी दर्ज कर रखी है. इन दिनों बृजभूषण सिंह जमानत पर हैं. महिला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुश्ती संघ के चुनाव कराने का आश्वासन दिया था, जिसके चलते चुनाव हो रहे हैं.

12 अगस्त को भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव

भारतीय कुश्ती संघ के 12 अगस्त को चुनाव है. अधिसूचना के मुताबिक 15 पदों के लिए चुनाव हो रहे हैं. एक अध्यक्ष, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चार उपाध्यक्ष, एक महासचिव, एक कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के दो पद और कार्यकारी सदस्य के पांच पदों के लिए चुनाव हो रहे हैं. चुनावी प्रक्रिया में 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के सदस्य हिस्सा लेते हैं.

2011 में कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने थे बृजभूषण

बृजभूषण शरण सिंह 2011 में कुश्ती संघ के अध्यक्ष चुने गए थे और लगातार तीन बार मतदान के जरिए जीत दर्ज की. 2019 में बृजभूषण शरण सिंह निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे. इस तरह से चार बार अध्यक्ष रह चुके है. वहीं इस बार वह अपने समर्थकों को चुनाव लड़ा रहे हैं. उन्होंने सोमवार को साफ कहा कि मेरे परिवार से कोई भी सदस्य कुश्ती संघ चुनाव में हिस्सा नहीं ले रहा है. हालांकि, मतदाता सूची में विशाल सिंह का नाम दर्ज है, जो बृजभूषण सिंह के दमाद हैं और बिहार कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं. देखना है कि भारतीय कुश्ती संघ पर बृजभूषण सिंह का दबदबा किस तरह से कायम रहता है?

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