केरल / लापता होने के 11 साल बाद केरल में मिली लड़की, घर के पास ही प्रेमी संग छिपकर रह रही थी

Zoom News : Jun 10, 2021, 05:16 PM
पलक्कड: 'जिसे ढूंढा गली गली, वो घर के पिछवाड़े मिली!' ये एक कहावत है लेकिन केरल में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिससे ये कहावत सच साबित होती है. केरल में पलक्कड स्थित अयालुर गांव में एक महिला 11 साल से लापता थी. लेकिन अब पता चला है कि वह माता-पिता के घर से महज 500 मीटर की दूरी पर घर में रह रही थी.

लापता सजिथा नाम की महिला जिस घर में रह रही थी वह घर अलिचुवट्टिल रहमान नाम के शख्स का है और वह दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं. सजिथा के माता-पिता को नहीं पता था कि वह इतने पास में रह रही थी. इससे भी खास बात ये हैं कि रहमान के माता-पिता भी इस घर में उसके साथ रहते थे लेकिन उन्हें भी इतने सालों से सजिथा के वहां रहने की कोई जानकारी नहीं थी.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, सजिथा जब लापता हुई थी तो उसकी उम्र 18 साल थी. इतने पास रहने के बाद भी उसके माता-पिता को उसके बारे में जानकारी नहीं थी. वह सभी उम्मीद छोड़ चुके थे. लेकिन इस बीच तीन महीने पहले ही रहमान भी अपने घर से गायब हो गया. उसके परिजनों ने पुलिस में इसकी रिपोर्ट लिखवाई. वहीं, मंगलवार को अचानक रहमान के बड़े भाई बशीर ने उसे देख लिया. जब उसका पीछा किया तो पता चला वह पास के गांव में किराए के मकान में सजिथा के साथ रह रहा है.

ये जानकारी पुलिस को मिली तो रहमान और सजिथा को कोर्ट में पेश किया गया. जहां सजिथा ने कोर्ट से कहा कि वह रहमान के साथ रहना चाहती हैं. इसके बाद कोर्ट ने भी दोनों को एक साथ रहने की इजाजत दे दी.

इस घटना के बारे में नेनमारा पुलिस स्टेशन के हाउस ऑफिसर दीपा कुमार ने बताया, "सजिथा और रहमान की कहानी बेहद चौंकाने वाली थी. हम इन दोनों के साथ रहमान के घर पहुंचे. वहां इन दोनों ने हमें बताया कि किस तरह सजिथा इतने दिनों चोरी-छिपे उस घर में रह रही थी."

सजिथा फरवरी 2010 में अचानक अपना घर छोड़ कर चली गयी थी. उस दौरान पुलिस ने हर जगह उसकी तलाश की थी. लेकिन वो कही नहीं मिली थी. उस दौरान सजिथा के पास मोबाइल फोन भी नहीं था. दीपा कुमार ने बताया कि, "रहमान की उम्र उस वक्त 24 वर्ष थी. हमें कभी उस पर शक नहीं हुआ. दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं किसी को भी इसकी जानकारी नहीं थी."

रहमान के भाई बशीर ने बताया कि, रहमान पेटिंग का काम करता था और वह अलग कमरे में रहता था जिसे वह हमेशा बंद रखता था. उसके कमरे में किसी का आना पसंद नहीं था जब भी कोई उसके कमरे में जाने की कोई कोशिश करता वह गुस्सा हो जाता था. वह कमरे में ही खाना खाता था और जब सभी काम के लिए घर से चले जाते थे तो रहमान और सजिथा घर में रहते थे. बशीर ने कहा वह सजिथा के कपड़े भी कमरे में ही धोता और सुखाता था.

वहीं, अयालुर पंचायत सदस्य पुष्यकरण ने बताया कि वह रहमान का पड़ोसी है. उसे हमेशा लगता था कि रहमान को मानसिक समस्या है. मेरा मानना है कि उसने अपने कमरे की खिड़की के कुछ रॉड हटा दिए थे. क्योंकि उसके कमरे में संलग्न शौचालय नहीं था और इसलिए सजिथा रात में खिड़की से बाहर निकल जाती थी.

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