महिला वर्ल्ड कप / सेमीफ़ाइनल में अब भी पहुँच सकती है भारतीय टीम, जानिए कैसे

लगातार तीन हार के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम मुश्किल में है, लेकिन फिर भी सेमीफ़ाइनल में पहुँचने की उम्मीदें बरकरार हैं। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका पहले ही क्वालीफ़ाई कर चुके हैं, अब एक जगह के लिए भारत की टक्कर न्यूज़ीलैंड से है। टीम को अपने बचे हुए मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप अपने अंतिम चरण में पहुँच गया है, जहाँ भारतीय महिला टीम लगातार तीन हार के बाद भी सेमीफ़ाइनल में पहुँचने की दौड़ में बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका पहले ही सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं, जिससे अब सिर्फ़ एक स्थान शेष है। इस महत्वपूर्ण स्थान के लिए भारत की मुख्य प्रतिस्पर्धा न्यूज़ीलैंड से है। भारत के पास पाँच मैचों में चार अंक हैं, और उसका नेट रन रेट 0. 526 है, जबकि न्यूज़ीलैंड के भी पाँच मैचों में चार अंक हैं, लेकिन उसका नेट रन रेट -0. 245 है।

सेमीफ़ाइनल में पहुँचने के समीकरण

भारतीय टीम को सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने के लिए कुछ प्रमुख समीकरणों पर ध्यान देना होगा: 1 और

दोनों बचे हुए मैच जीतना:

भारत को अपने आगामी मैच न्यूज़ीलैंड और बांग्लादेश के ख़िलाफ़ खेलने हैं। यदि भारतीय टीम दोनों मैच जीत जाती है, तो उसके पास आठ अंक हो जाएँगे। भारत का बेहतर नेट रन रेट उसे सीधे सेमीफ़ाइनल में पहुँचाने में मदद करेगा। 2.

न्यूज़ीलैंड से हार, बांग्लादेश से जीत:

इस स्थिति में भारत के पास छह अंक होंगे। तब भारत को यह उम्मीद करनी होगी कि न्यूज़ीलैंड अपना अंतिम लीग मैच इंग्लैंड से हार जाए। ऐसे में दोनों टीमों के छह-छह अंक होने पर बेहतर। नेट रन रेट के आधार पर भारत आगे बढ़ सकता है। 3.

न्यूज़ीलैंड से जीत, बांग्लादेश से हार:

अगर भारत न्यूज़ीलैंड को हरा देता है लेकिन बांग्लादेश से हार जाता है, तब भी उसके छह अंक होंगे। इस परिदृश्य में, न्यूज़ीलैंड का अपने अंतिम मैच में हारना भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा। यदि न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड को हरा देता है, तो फिर से नेट रन रेट निर्णायक कारक होगा, जो बांग्लादेश से हारने पर भारत के लिए मुश्किल हो सकता है। 4.

दोनों मैच हारना:

यदि भारतीय टीम अपने दोनों बचे हुए मैच हार जाती है, तो उसके पास केवल चार अंक ही रहेंगे, जिससे उसका सेमीफ़ाइनल में पहुँचना लगभग असंभव हो जाएगा, क्योंकि न्यूज़ीलैंड के कम से कम छह अंक होंगे। भारतीय टीम का अब तक का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। टीम ने श्रीलंका और पाकिस्तान को बड़े अंतर से हराया, लेकिन दक्षिण अफ़्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के ख़िलाफ़ करीबी मुकाबले गंवा दिए। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ चार रन की हार ख़ास तौर पर निराशाजनक रही। स्मृति मंधाना ने 222 रनों के साथ सर्वाधिक रन बनाए हैं, जबकि दीप्ति शर्मा ने 13 विकेट लिए हैं। आगामी न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मैच भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण। है, जो सेमीफ़ाइनल की उम्मीदों को काफी हद तक तय करेगा।