Corona Vaccine / भारत में लोगों को कैसे दी जाएगी कोरोना वैक्सीन? ये हैं 5 अहम चुनौतियां

Vikrant Shekhawat : Dec 06, 2020, 11:39 AM
Corona Vaccine: दुनिया के कई देशों के साथ ही भारत में भी कोरोना महामारी के खिलाफ बड़े स्तर पर टीकाकरण की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हालांकि भारत के पास टीकाकरण का बड़ा अनुभव है, लेकिन फिर भी कुछ बड़ी चुनौतियां सामने हैं। अभियान में टीकों का वितरण एक सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। वहीं भारत की मौजूदा कोल्ड चेन क्षमता के विस्तार की जरूरत होगी, विशेष रूप से देश के कुछ अधिक घनी आबादी वाले हिस्सों में, जहां इस तरह का बुनियादी ढांचा सीमित है। देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया अकेले हर साल 1.5 बिलियन (150 करोड़) से अधिक वैक्सीन की खुराक उत्पादन की क्षमता रखता है। उम्मीद है कि 2021 तक नोवाक्स वैक्सीन की 100 करोड़ खुराकों का उत्पादन हो सकता है। 

1- टीकाकरण के पहले चरण में सरकार का महत्वाकांक्षी लक्ष्य  

भारत के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य है कि अगस्त 2021 तक 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाना है। इसका मतलब अगस्त तक 60 करोड़ टीके की खुराकों की जरूरत होगी। ऐसे में कोल्ड चेन अवसंरचना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह थोड़ा मुश्किल लगता है। 

ग्राफिक्स

जनवरी-अगस्त 2021 के लिए सरकार द्वारा लक्ष्य                                  खुराक (करोड़ में)

पहला चरण (प्राथमिकता समूहों के लिए)                                               60 करोड़

8 महीने के लिए अनुमानित कुल वितरण क्षमता(सरकारी और निजी)          36 करोड़

(सरकारी और निजी क्षेत्र की वार्षिक क्षमता को 8 महीने तक समायोजित किया गया है।)

2- कोल्ड चेन नेटवर्क में सुधार की जरूरत

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की कोल्ड चेन अवसंरचना में अड़चनों को देखते हुए, 2021 के दौरान केवल 55-60 करोड़ खुराकों का प्रबंध करना संभव हो सकता है। हालांकि भारत के वैक्सीन प्रबंधन में इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ईवीआईएन) आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली के चलते वर्षों में सुधार हुआ है। भारत में वर्तमान में लगभग 27,000 कोल्ड चेन पॉइंट्स, 76,000 कोल्ड चेन उपकरण, 700 रेफर वैन, 55,000 कोल्ड चेन हैंडलर्स और 25 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस नेटवर्क के हिस्से के रूप में कार्यरत हैं।

ग्राफिक्स

(2017-18 के सर्वेक्षण में ईवीआईएन कोल्ड चेन पॉइंट का प्रदर्शन विभिन्न मापदंडों पर)

पैरामीटर                                                   अनुपात

मौजूद प्राथमिक कोल्ड चेन हैंडलर                   100%     

उपस्थिति कार्यात्मक उपकरण                          98% 

भौतिक गणना और रिकॉर्ड में सटीकता               92% 

सटीक तापमान की निगरानी                              88% 

बैकअप कोल्ड चेन हैंडलर की उपस्थिति              30% 

टीकों की स्टॉक आउट की रिपोर्ट करने वाली सुविधाएं  26%  

टीकों की बर्बादी की रिपोर्ट करने वाली सुविधाएं         23% 

3- टीका प्रबंधन में वैश्विक मानकों को पाना जरूरी 

डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ द्वारा 2018 में एक वैश्विक विश्लेषण के अनुसार प्रभावी वैक्सीन प्रबंधन पर 89 देशों के सर्वेक्षण में भारत 51 से 75 प्रतिशत के दायरे रहा था। टीका, सिरिंज आदि की मांग का आकलन और जरूरी वैक्सीन आपूर्ति प्रक्रियाओं का पालन करने और एमआईएस प्रक्रिया में देश का प्रदर्शन अपेक्षाकृत खराब था।

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