WTC Final / साउथ अफ्रीका के जीत की वो 5 वजहें, जिसके दम पर बने वर्ल्ड चैंपियन

टेम्बा बावुमा की कप्तानी में साउथ अफ्रीका ने इतिहास रचते हुए पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीती। लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर टीम ने 27 साल बाद ICC खिताब जीता। मार्करम का शतक, रबाडा-एनगिडी की गेंदबाजी और ऑस्ट्रेलिया की फ्लॉप बल्लेबाजी जीत की अहम वजहें रहीं।

WTC Final: साउथ अफ्रीका ने क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। लॉर्ड्स में खेले गए इस ऐतिहासिक फाइनल में टेम्बा बावुमा की अगुवाई वाली टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार टेस्ट वर्ल्ड कप जीता। यह जीत केवल एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि वर्षों से चले आ रहे “चोकर्स” के टैग से साउथ अफ्रीका की मुक्ति भी है। इस ऐतिहासिक सफलता की 5 बड़ी वजहें रहीं, जिनके दम पर अफ्रीकी टीम क्रिकेट की सबसे बड़ी टेस्ट चैंपियन बनी:


1. एडन मार्करम का ऐतिहासिक शतक

पहली पारी में बिना खाता खोले आउट होने के बाद एडन मार्करम ने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की। उन्होंने 207 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से 136 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने कप्तान बावुमा के साथ 147 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की और टीम को जीत की दिशा में अग्रसर किया। साथ ही उन्होंने दो विकेट भी लिए, जिसके चलते उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।


2. बावुमा का कैच छोड़ना बना ऑस्ट्रेलिया की गलती

साउथ अफ्रीका जब 282 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी, तब वह 70/2 के स्कोर पर संकट में थी। तभी मिचेल स्टार्क की गेंद पर स्टीव स्मिथ ने कप्तान टेम्बा बावुमा का आसान कैच टपका दिया, जो उस समय महज 2 रन पर थे। इस जीवनदान का भरपूर फायदा उठाते हुए बावुमा ने 66 रनों की मूल्यवान पारी खेली और टीम को जीत की ओर बढ़ाया। यही नहीं, कैच छोड़ते समय स्मिथ की उंगली भी चोटिल हो गई, जिससे वह बाकी मैच से बाहर हो गए।


3. कगिसो रबाडा की घातक गेंदबाजी

इस मैच में कगिसो रबाडा ने अपनी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को पूरी तरह से पस्त कर दिया। उन्होंने मैच में कुल 9 विकेट झटके — पहली पारी में 5 और दूसरी में 4 विकेट। उनकी तेज, सटीक और स्विंग होती गेंदों के आगे ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज टिक ही नहीं पाए। रबाडा का यह प्रदर्शन फाइनल की जीत का सबसे मजबूत स्तंभ बना।


4. ऑस्ट्रेलिया की कमजोर बल्लेबाजी

फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी। पहली पारी में स्मिथ और वेबस्टर के अर्धशतक के दम पर टीम ने 212 रन बनाए। दूसरी पारी में हालत और खराब रही और पूरी टीम 207 रन पर सिमट गई। केवल मिचेल स्टार्क ने थोड़ी सी लड़ाई लड़ी और अर्धशतक जमाया, बाकी बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहे।


5. लुंगी एनगिडी की दूसरी पारी में वापसी

पहली पारी में साधारण प्रदर्शन के बाद लुंगी एनगिडी ने दूसरी पारी में कमाल कर दिया। उन्होंने स्टीव स्मिथ, बोउ वेबस्टर और पैट कमिंस जैसे महत्वपूर्ण विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की रीढ़ तोड़ दी। उनके इन तीन अहम झटकों ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को पूरी तरह हिला दिया और टीम 207 पर ढेर हो गई।