- भारत,
- 24-Nov-2021 02:49 PM IST
- (, अपडेटेड 24-Nov-2021 03:05 PM IST)
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से तीन नए कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद भी किसान संगठन आंदोलन जारी रखने पर अड़े हैं। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने संसद के शीत सत्र के पहले दिन ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है। भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 29 नवंबर को शीत सत्र के पहले दिन 1000 लोग 60 ट्रैक्टर लेकर संसद की ओर कूच करेंगे। राकेश टिकैत ने एएनआई से कहा, 'जो सड़के सरकार द्वारा खोली गई हैं। उन सड़कों से ट्रैक्टर गुजरेंगे। हम पर पहले सड़कों को ब्लॉक करने का आरोप लगाया गया था। हमने सड़क को अवरुद्ध नहीं किया था। सड़कों को ब्लॉक करना करना हमारे आंदोलन का हिस्सा नहीं है। हमारा आंदोलन सरकार से बात करना है। हम सीधे संसद जाएंगे।'राकेश टिकैत का बयान ऐसे समय में आया है, जब केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार को ही मीटिंग होने वाली है, जिसमें कृषि कानूनों की वापसी के लिए बिल पेश करने पर मुहर लगेगी। इसे संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही पेश किया जा सकता है। टिकैत ने यह भी घोषणा की कि अन्य मुद्दों के अलावा एमएसपी कानून के लिए दबाव बनाने के लिए कम से कम एक हजार लोग संसद जाएंगे।भारतीय किसान यूनियन के नेता ने एएनआई से कहा, 'हम एमएसपी को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा, पिछले एक साल में हुई घटनाएं, जिसमें 750 किसान मारे गए, सरकार को इसकी जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए।' एसकेएम ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय किसान संगठनों द्वारा भी दुनिया भर में "एकजुटता कार्यक्रमों" की योजना बनाई जा रही है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होगा और इसके 23 दिसंबर तक चलने की उम्मीद है।
