Vice President Election / उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 68 नामांकन, कई सांसदों के फर्जी साइन आए सामने

देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हलचल तेज है। एनडीए और इंडिया गठबंधन ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। 68 नामांकन में से केवल दो ही वैध पाए गए। एक नामांकन में सांसदों के फर्जी दस्तखत का मामला सामने आया है।

Vice President Election: देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और इंडिया गठबंधन ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा, कुल 68 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, लेकिन इनमें से केवल दो ही वैध पाए गए। नामांकन की छानबीन के दौरान फर्जी दस्तखत का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

फर्जी दस्तखत का मामला

केरल के जोमोन जोसेफ के नामांकन पत्र को लेकर विवाद सामने आया है। उनके नामांकन में 22 प्रस्तावक और 22 समर्थक सांसदों के नाम और हस्ताक्षर शामिल थे। हालांकि, जांच में पता चला कि इनमें से कई सांसदों को इसकी जानकारी नहीं थी और उनके नाम व हस्ताक्षर फर्जी तरीके से इस्तेमाल किए गए। कुछ सांसदों ने स्पष्ट रूप से पुष्टि की कि उन्होंने जोमोन जोसेफ के नामांकन पर हस्ताक्षर नहीं किए।

हैरानी की बात यह है कि इन फर्जी हस्ताक्षरों में वाईएसआरसीपी के सांसद मिधुन रेड्डी का नाम भी शामिल था, जो वर्तमान में जेल में बंद हैं। इस खुलासे के बाद जोमोन जोसेफ का नामांकन खारिज कर दिया गया।

नामांकन की प्रक्रिया

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त थी। इस दौरान 46 उम्मीदवारों ने कुल 68 नामांकन पत्र दाखिल किए। प्रारंभिक जांच में 19 उम्मीदवारों के 28 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। शेष 27 उम्मीदवारों के 40 नामांकन पत्रों की छानबीन 22 अगस्त को की गई, जिसमें केवल दो उम्मीदवारों, सी.पी. राधाकृष्णन और बी. सुदर्शन रेड्डी के नामांकन वैध पाए गए। दोनों के लिए चार-चार नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे।

उपराष्ट्रपति चुनाव का कार्यक्रम

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद, चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की घोषणा की। मतदान 9 सितंबर 2025 को होगा, और उसी दिन देश को नया उपराष्ट्रपति मिल जाएगा। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त 2025 है।