Farmers Protest / सिंह इज किंज एक्टर किसान आंदोलन में पिज़्ज़ा लंगर का मजाक उड़ाने को लेकर भड़के- देखें VIDEO

Vikrant Shekhawat : Dec 25, 2020, 11:15 PM
Farmers Protest: दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर चल रहे किसान आंदोलन (Farmers' protest) के दौरान पिज़्ज़ा लंगर (Pizza Langar) लगाया गया, जिसके लिए लोगों ने किसानों की खूब आलोचना की। अब एक्टर और कॉमेडियन गुरप्रीत घुग्गी (Gurpreet Ghuggi) ने आलोचना करने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर यह वीडियो तेजी से वायरल (Viral Video) हो रहा है। इस महीने की शुरुआत में, दिल्ली-हरियाणा सीमा (Delhi-Haryana Border) पर सिंघू (Singhu) में प्रदर्शनकारियों के बीच सैकड़ों पिज़्ज़ा वितरित किए गए थे।

सिंघू बॉर्डर सरकार के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का स्थान बन गया है। 'पिज़्ज़ा लंगर' शब्द ने खूब सुर्खियां बटौंरी। कई लोगों ने दावा किया कि प्रदर्शन को हाईजैक कर लिया गया था। सिंह इज किंज एक्टर ने अपने भाषण में आलोचकों से पिज़्ज़ा बनाने में जाने वाली सामग्री के बारे में सोचने का आग्रह किया।

वो वीडियो में पंजाबी में कहते हैं, 'कई लोग हैरान है कि यह कैसा प्रदर्शन है? जहां पिज़्ज़ा खाया जा रहा है, अरे बेवकूफों पिज़्ज़ा में क्रस्ट आटे से बनता है, जो किसानों से आता है। ऊपर डलने वाला चीज भी उन्हीं की गाय से आता है।'

फिर वो कहते हैं, 'इसमें तुम्हारे चाचा का क्या जा रहा है?' 

देखें उनका पूरा भाषण:

वीडियो को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है। ट्विटर पर इसे 5.3 लाख से अधिक बार देखा गया है। कमेंट सेक्शन में, कुछ ने अभिनेता के समर्थन में ट्वीट किया, जबकि अन्य ने उनके तर्क गिनाए।

पांच दोस्तों का एक समूह शनिवार की सुबह अमृतसर से रवाना हुआ। नियमित रूप से लंगर लगाने के लिए उनके पास ज्यादा समय नहीं था, इसलिए उन्होंने हरियाणा के एक मॉल से कई पिज़्ज़ा लिए और सिंघु बॉर्डर पर स्टॉल लगा लिया। कुछ ही मिनट के अंदर वहां बड़ी संख्या में आंदोलनरत किसान और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और इन दोस्तों ने उनके बीच करीब 400 पिज़्ज़ा बांटे।

पिज़्ज़ा समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, श्री घुग्गी ने पिछले सप्ताहांत में सिंघू के विरोध में किसानों से मुलाकात की, और कहा कि यह लड़ाई '' ज़मीदार '' की है। उन्होंने कहा, 'यह लड़ाई 'ज़मीरदार' की है। किसानों द्वारा थ्री फॉर्म कानूनों को अस्वीकार कर दिया गया है, इसलिए आपको (केंद्र) भी इसे अस्वीकार कर देना चाहिए।'

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