- भारत,
- 06-Dec-2025 06:38 PM IST
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शांति पुरस्कार पाने का सपना आखिरकार सच हो गया है। शुक्रवार को वाशिंगटन डीसी के कैनेडी सेंटर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में उन्हें पहला 'फीफा पीस अवॉर्ड' प्रदान किया गया। यह सम्मान 2026 फीफा वर्ल्ड कप के ड्रॉ समारोह के दौरान दिया गया, जिसने वैश्विक मंच पर काफी सुर्खियां बटोरीं।
फीफा पीस अवॉर्ड की शुरुआत
फीफा ने इस साल से ही 'फीफा पीस अवॉर्ड' की शुरुआत की है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया है, जिन्होंने दुनिया में शांति स्थापित करने और विभिन्न समुदायों तथा लोगों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और डोनाल्ड ट्रंप इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्हें इस समारोह में एक गोल्ड ट्रॉफी और एक मेडल से सम्मानित किया गया।ट्रंप की नोबेल शांति पुरस्कार की इच्छा
यह सर्वविदित है कि डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार सार्वजनिक रूप से। यह इच्छा व्यक्त की थी कि वह नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं। हालांकि, उनकी लगातार मांग के बावजूद उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला था। ऐसे में, फीफा द्वारा प्रदान किया गया यह नया शांति पुरस्कार उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जिसने उनके लंबे समय से चले आ रहे सपने को एक तरह से पूरा किया है।पुरस्कार मिलने पर ट्रंप की प्रतिक्रिया
जब से फीफा ने इस नए शांति पुरस्कार की घोषणा की थी, तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि यह पुरस्कार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिया जा सकता है। इन कयासों को सच साबित करते हुए, ट्रंप को यह सम्मान मिला और पुरस्कार प्राप्त करने के बाद ट्रंप ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह वास्तव में उनके जीवन का एक महान सम्मान है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पुरस्कार से कहीं अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हमने करोड़ों जीवन बचाए हैं।2026 फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी
यह पुरस्कार समारोह 2026 फीफा वर्ल्ड कप के ड्रॉ के दौरान आयोजित किया गया था। यह आगामी विश्व कप एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जिसकी मेजबानी। संयुक्त रूप से अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको कर रहे हैं। इस वैश्विक खेल आयोजन से पहले ट्रंप को यह सम्मान मिलना, खेल और राजनीति के बीच के संबंधों को भी दर्शाता है।पुरस्कार को लेकर आलोचना
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप को यह शांति पुरस्कार दिए जाने के फैसले की कई हलकों में आलोचना भी हो रही है और आलोचकों का मानना है कि यह पुरस्कार फीफा के पारंपरिक फोकस से हटकर है। फीफा अध्यक्ष गियानी इन्फेंटिनो और ट्रंप के बीच घनिष्ठ संबंध जगजाहिर हैं। गियानी ने पहले यह भी कहा था कि उन्हें लगता है कि ट्रंप को गाजा में युद्ध विराम के प्रयासों के लिए नोबेल पुरस्कार जीतना चाहिए था। आलोचक इस पुरस्कार को ट्रंप और फीफा अध्यक्ष की करीबी का परिणाम बता रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि क्या वैश्विक फुटबॉल समारोहों में राजनीतिक संदेश जोड़ना उचित है। इस आलोचना ने पुरस्कार की वैधता और फीफा के उद्देश्यों पर बहस छेड़ दी है।In one of the most pathetic and humiliating moments in history, Trump just received the new inaugural FIFA Peace Prize.
— Republicans against Trump (@RpsAgainstTrump) December 5, 2025
They literally invented a “peace prize” to keep him happy after he didn’t receive the actual Nobel Peace Prize. Beyond parodypic.twitter.com/I1ahYRCz85
