केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा हमला बोला है और शाह ने स्पष्ट रूप से कहा कि राहुल गांधी कभी भी विकास की राजनीति नहीं करते हैं और वे हमेशा जनता के वास्तविक मुद्दों से दूर रहते हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए गए लगभग हर महत्वपूर्ण कार्य का लगातार विरोध किया है, और यही विरोध उनकी बार-बार की चुनावी हार का मुख्य कारण है.
कांग्रेस की चुनावी हार का विश्लेषण
अमित शाह ने राहुल गांधी के एक अजीब सवाल का जिक्र किया, जिसमें राहुल ने पूछा था कि कांग्रेस हमेशा चुनाव क्यों हार जाती है. शाह ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को दो मुख्य कारण. बताए, जिन्हें समझने से उन्हें अपनी हार का कारण स्पष्ट हो जाएगा. शाह के अनुसार, मोदी सरकार ने 1973 में बसाए गए लोगों को बिना किसी बड़े आंदोलन के ढूंढकर बाहर करने का काम किया है, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि कांग्रेस का जनता द्वारा पसंद किए जाने वाले कार्यों का विरोध करना ही उनकी राजनीतिक विफलता का मूल है.
जनता के मुद्दों से दूरी और विरोध की राजनीति
गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी जनता. के उन मुद्दों से दूर रहते हैं जो वास्तव में लोगों के लिए मायने रखते हैं. उन्होंने कहा कि जब मोदी सरकार राम मंदिर का निर्माण करती है, तो कांग्रेस उसका विरोध करती है. जब पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की जाती है, तो कांग्रेस उसका विरोध करती है. एयर स्ट्राइक के मामले में भी कांग्रेस ने विरोध किया और बांग्लादेशी घुसपैठियों के भागने पर भी कांग्रेस विरोध करती है, जबकि यह देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. काशी में नया मंदिर बनने पर भी कांग्रेस का विरोध. देखा गया, जो करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है.
महत्वपूर्ण राष्ट्रीय निर्णयों पर कांग्रेस का रुख
शाह ने कांग्रेस के विरोध की सूची को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब धारा 370. हटाई गई, जिसने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया, तब भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया. ट्रिपल तलाक को खत्म करने के निर्णय का भी कांग्रेस ने विरोध किया, जबकि यह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था. इसी तरह, जब यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की बात आती है, तो कांग्रेस उसका भी विरोध करती है. शाह ने सवाल उठाया कि जब आप जनता को पसंद आने वाले हर काम का विरोध करते हैं, तो आपको वोट कहां से मिलेंगे? उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि राहुल गांधी को समझा सकने की क्षमता उनमें नहीं है, क्योंकि जिसे खुद की पार्टी वाले नहीं समझा सकते, उसे विरोधी पक्ष के लोग कैसे समझा सकते हैं.
2029 में फिर मोदी सरकार का दावा
अमित शाह ने राहुल गांधी को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अभी से हार से नहीं थकना चाहिए, क्योंकि बंगाल और तमिलनाडु में भी कांग्रेस की हार तय है. उन्होंने दृढ़ता से भविष्यवाणी की कि 2029 में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार फिर से बनेगी. शाह ने इसका कारण अपनी पार्टी के सिद्धांतों को बताया, जिनके साथ जनता मजबूती से जुड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि भाजपा जनता की भावनाओं और आकांक्षाओं के. अनुरूप काम करती है, जबकि कांग्रेस इसके विपरीत चलती है.
स्वास्थ्य क्षेत्र में मोदी सरकार के प्रयास: IMA नेटकॉन 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को अहमदाबाद में नेशनल कॉन्फ्रेंस- IMA नेटकॉन 2025 में भी हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार द्वारा पिछले 11 वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए व्यापक प्रयासों पर प्रकाश डाला और शाह ने बताया कि एक समग्र दृष्टिकोण के साथ एक बहुत बड़ी स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले स्वच्छता मिशन लाया गया और हर घर में शौचालय बनाने का अभियान चलाया गया. इसका उद्देश्य यह था कि यदि शहर, गांव और कस्बे स्वच्छ हो जाते हैं, और घर के आस-पास की चीजें स्वच्छ हो जाती हैं, तो कई सारी बीमारियां पैदा होने से ही रुक जाती हैं.
स्वच्छता, स्वास्थ्य और कल्याण पर जोर
शाह ने आगे कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय बनाने का मिशन पकड़ा गया और स्वच्छता अभियान में भी व्यापक रूप से हिस्सा लिया गया. इसके बाद 'फिट इंडिया' अभियान आया, जिसका उद्देश्य लोगों को अपनी आदतों को सही करने के. लिए प्रेरित करना था, क्योंकि सही आदतें कई स्वास्थ्य समस्याओं को स्वतः ही ठीक कर देती हैं. इसके बाद 'खेलो इंडिया' कार्यक्रम लाया गया, जिसने खेल और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया. अंत में, उन्होंने योग के महत्व पर जोर दिया, जिससे निश्चित रूप से स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और ये सभी पहलें एक स्वस्थ और सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जो केवल बीमारियों का इलाज करने के बजाय उन्हें रोकने पर केंद्रित है.