देश / दिग्विजय ने कैसे जोड़ा राम मंदिर भूमि पूजन से शाह के कोरोना का लिंक

Live Hindustan : Aug 03, 2020, 11:26 AM
नई दिल्ली | अयोध्या में भले ही राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त को होगा, मगर भूमि पूजन के पहले पूजन स्थल पर आज से ही पंचांग पूजन शुरू हो गया है। मगर इस बीच राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर भूमि-पूजन के मुहूर्त पर सवाल खड़े किए हैं और भूमि-पूजन को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव होने से जोड़ा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह, मंदिर के पुजारी को कोरना, सनातन धर्म और हिंदू परंपराओं के उल्लंघन का नतीजा है। 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कई ट्वीट कर कहा कि राम मंदिर भूमि पूजन के लिए हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने अशूभ मुहूर्त का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर भूमि पूजन के कार्यक्रम को टालने का भी अनुरोध किया है। 

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज करने का नतीजा... 1- राम मंदिर के समस्त पुजारी कोरोना पॉजिटिव। 2- उत्तर प्रदेश की मंत्री कमला रानी वरुण का कोरोना से स्वर्गवास। 3 उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में। 4- भारत के गृह मंत्री अमित शाह कोरोना पोजिटिव अस्पताल में। 5- मध्यप्रदेश के भाजपा के मुख्यमंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कोरोना पोजिटिव अस्पताल में, 6- कर्नाटक के भाजपा के मुख्यमंत्री कोरोना पोजिटिव अस्पताल में।'

दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हज़ारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए। उन्होंने लिखा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिर अनुरोध करता हूं कि 5 अगस्त के अशुभ मुहूर्त को टाल दीजिए। सैंकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम मंदिर निर्माण का योग आया है, अपनी हठधर्मिता से इसमें विघ्न पड़ने से रोकिए।

दिग्विजय सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'मोदी जी आप अशुभ मुहूर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइए। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यों तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं?'

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