Bihar Elections 2025 / महागठबंधन का 'तेजस्वी प्रण' घोषणापत्र जारी, मुफ्त बिजली और सरकारी नौकरी का वादा

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने 'बिहार का तेजस्वी प्रण' नाम से अपना घोषणापत्र जारी किया है। इसमें हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी और पुरानी पेंशन योजना लागू करने जैसे बड़े वादे किए गए हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई(एमएल), सीपीआई(एम) और वीआईपी) ने मंगलवार को अपना संयुक्त चुनावी घोषणापत्र जारी किया। 'बिहार का तेजस्वी प्रण' नाम से लॉन्च इस मेनिफेस्टो में तेजस्वी यादव के पिछले चुनावी वादों को संकलित किया गया है, जो बिहार को नई दिशा देने का रोडमैप पेश करता है। मुख्य आकर्षण – हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली और एक सदस्य को सरकारी नौकरी – के अलावा इसमें महिलाओं, किसानों, युवाओं, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए व्यापक योजनाएं हैं। आइए जानते हैं, इस घोषणापत्र की पूरी तस्वीर।

मुख्य वादे: रोजगार और बिजली से शुरूआत

महागठबंधन का फोकस बेरोजगारी और महंगाई पर है।

  • रोजगार क्रांति: इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही 20 दिनों में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का अधिनियम लाया जाएगा। सभी जीविका दीदियों को स्थायी सरकारी कर्मी बनाया जाएगा, वेतन 30,000 रुपये मासिक। सभी संविदाकर्मियों की स्थायीकरण और पुरानी पेंशन योजना बहाल।
  • फ्री बिजली: हर घर को 200 यूनिट बिजली मुफ्त। गरीब परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलेंडर।

ये वादे बिहार की गरीबी और बिजली संकट को सीधे टारगेट करते हैं, जहां लाखों परिवार बिजली बिलों से जूझते हैं।

महिलाओं और सामाजिक सुरक्षा का विशेष ध्यान

महिलाओं को सशक्त बनाने पर जोर:

  • माई-बहिन मान योजना: 1 दिसंबर से हर महिला को 2,500 रुपये मासिक आर्थिक सहायता।
  • परिवहन सुविधा: महिलाओं को मुफ्त यात्रा, इसके लिए 2,000 नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी।
  • शिक्षा: हर अनुमंडल में महिला कॉलेज स्थापना।

सामाजिक पेंशन में बढ़ोतरी:

  • विधवाओं और बुजुर्गों को 1,500 रुपये मासिक (हर साल 200 रुपये बढ़ोतरी)।
  • दिव्यांगों को 3,000 रुपये।
  • आशा कार्यकर्ताओं को 10,000, रसोईयों को 6,000, सफाई कर्मियों को 12,000 मासिक मानदेय और स्थायीकरण।

युवा, शिक्षा और स्वास्थ्य

युवाओं के लिए कौशल-आधारित रोजगार सृजन।

  • परीक्षा सुविधाएं: प्रतियोगी परीक्षाओं का फॉर्म और शुल्क मुफ्त, परीक्षा केंद्र तक मुफ्त यात्रा।
  • स्वास्थ्य: हर व्यक्ति को 25 लाख रुपये तक मुफ्त स्वास्थ्य बीमा (जन स्वास्थ्य सुरक्षा योजना)।
  • मनरेगा: दैनिक मजदूरी 255 से 300 रुपये, कार्य दिवस 100 से 200।

शिक्षकों और स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती गृह जिला से 70 किमी दायरे में।

किसान, पिछड़े और अल्पसंख्यक

किसानों को राहत:

  • सभी फसलों पर एमएसपी गारंटी।
  • नाई, कुम्हार, बढ़ई आदि जातियों को 5 लाख रुपये ब्याजमुक्त एकमुश्त राशि स्वरोजगार के लिए।

आरक्षण और पिछड़ों के लिए:

  • 50% आरक्षण सीमा बढ़ाई जाएगी।
  • अति पिछड़ा वर्ग को पंचायत/नगर निकाय में 20% से 30% आरक्षण।
  • अनुसूचित जाति/जनजाति के 200 छात्रों को विदेश छात्रवृत्ति।

अल्पसंख्यकों की रक्षा:

  • वक्फ संशोधन विधेयक पर रोक।
  • वक्फ संपत्ति प्रबंधन पारदर्शी।
  • सभी अल्पसंख्यक समुदायों के संवैधानिक अधिकार सुरक्षित।

इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य

  • 5 नए एक्सप्रेसवे।
  • पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना, 50 लाख बीमा।
  • अनुकंपा नियुक्ति में 58 वर्ष सीमा हटाई।
  • अपराध पर जीरो टॉलरेंस।
  • अधिवक्ता, चिकित्सक, पत्रकार संरक्षण विधेयक।

नेताओं की प्रतिक्रिया: बिहार बनाने का संकल्प

लॉन्च के दौरान तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी, पवन खेड़ा, दीपांकर भट्टाचार्य, अखिलेश सिंह मंच पर थे। मंच पर तेजस्वी की बड़ी तस्वीर के साथ राहुल गांधी और अन्य नेताओं की फोटो लगीं।

तेजस्वी यादव ने कहा, "हमें केवल सरकार ही नहीं, बिहार को भी बनाना है। ये संकल्प पत्र बिहार के रोडमैप की रूपरेखा है।"

मुकेश सहनी बोले, "नया बिहार बनाने का संकल्प। अगले 30-35 साल जनता की सेवा करेंगे, हर वादा पूरा।"

यह घोषणापत्र महागठबंधन की एकजुटता दिखाता है, जो एनडीए के खिलाफ मजबूत चुनौती पेश करता है। बिहार की जनता अब वोट से फैसला करेगी कि ये 'तेजस्वी प्रण' हकीकत बनेगा या नहीं।