बिहार की राजधानी पटना में आज सुबह 11:30 बजे महागठबंधन की महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है। इस कॉन्फ्रेंस में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में आधिकारिक तौर पर पेश किया जाएगा और इस घोषणा के साथ ही, सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहा लंबा सस्पेंस भी समाप्त होने की उम्मीद है, जिससे गठबंधन के भीतर की अनिश्चितता खत्म होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए तैयार किए गए मंच पर केवल तेजस्वी यादव की तस्वीर वाले पोस्टर लगे हैं, जो उनके बढ़ते कद को दर्शाता है।
साझा चुनावी कार्यक्रम और सहमति
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक साझा चुनावी कार्यक्रम की भी घोषणा की जाएगी। उम्मीद है कि इसमें इस बात पर मुहर लगेगी कि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर महागठबंधन का एक ही उम्मीदवार हो। जिन सीटों पर 'फ्रेंडली फाइट' की स्थिति है, वहां से नामांकन वापस लेने पर सहमति बन सकती है, हालांकि कुछ जगहों पर रणनीति के तहत उम्मीदवार हो सकते हैं यदि यह महागठबंधन के लिए फायदेमंद हो और सभी दल मिलकर सीट बंटवारे में समन्वय की कमी को अपनी गलती मान सकते हैं।
गहलोत की लालू और तेजस्वी से मुलाकात
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अल्लावरु ने कांग्रेस आलाकमान से संपर्क साधा। कल, 22 अक्टूबर को गहलोत ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि तेजस्वी से अच्छी बात हुई है और सारी बातें आज स्पष्ट हो जाएंगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई झगड़ा नहीं है और सभी मिलकर चुनाव प्रचार करेंगे, महागठबंधन एकजुट होकर चुनाव में उतर रहा है।
अंतरकलह और भाजपा का तंज
अभी तक महागठबंधन के भीतर 13 सीटों पर आपसी घमासान मचा हुआ था, जहां गठबंधन के ही प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। सबसे ज्यादा सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने-सामने थे, जबकि कुछ सीटों पर कांग्रेस और सीपीआई, तथा वीआईपी और आरजेडी के बीच भी टकराव था। महागठबंधन ने 243 सीटों पर कुल 252 उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें आरजेडी के 143, कांग्रेस के 61, सीपीआई एमएल के 20, सीपीआई के 9, सीपीएम के 4 और वीआईपी के 15 उम्मीदवार शामिल हैं और भाजपा ने तेजस्वी के अकेले पोस्टर पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और अन्य नेताओं को 'डिलीट' कर दिया गया है, जिससे कांग्रेस का 'सम्मान चोरी' हो गया है।