- भारत,
- 06-Aug-2025 07:20 PM IST
- (, अपडेटेड 06-Aug-2025 05:12 PM IST)
India-Brazil Relation: पहले रूस ने भारत के खिलाफ अमेरिकी टैरिफ का विरोध किया था, लेकिन अब एक नया और अप्रत्याशित सहयोगी सामने आया है - ब्राजील। ब्राजील के राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से नहीं, बल्कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। यह बयान कई महत्वपूर्ण संकेत देता है। पहला, ब्राजील अमेरिका की टैरिफ नीति से नाराज है। दूसरा, ब्रिक्स देशों के संस्थापक सदस्य के रूप में, ब्राजील अमेरिकी दबाव के खिलाफ अपनी स्थिति को नहीं भूला है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत ब्राजील का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक रिश्ते हैं।
भारत की कंपनियों ने ब्राजील में 6 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है, और दोनों देशों के बीच 12 अरब डॉलर से ज्यादा का व्यापार होता है। भारत के डीजल और दवाओं के बिना ब्राजील की अर्थव्यवस्था अधूरी है। आइए, दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को विस्तार से समझते हैं।
भारत-ब्राजील व्यापार: कितना बड़ा है?
भारत और ब्राजील के बीच व्यापारिक रिश्ते बेहद मजबूत हैं। भारतीय दूतावास के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 12.20 अरब डॉलर (लगभग 1 लाख करोड़ रुपये) से अधिक रहा। भारत का ब्राजील को निर्यात 6.77 अरब डॉलर (करीब 60 हजार करोड़ रुपये) और ब्राजील से आयात 5.43 अरब डॉलर (करीब 47 हजार करोड़ रुपये) रहा। इसका मतलब है कि भारत 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के व्यापार अधिशेष में है।
निर्यात और आयात में शामिल प्रमुख वस्तुएं
भारत और ब्राजील के बीच विविध वस्तुओं का आयात-निर्यात होता है। भारत से ब्राजील को होने वाले प्रमुख निर्यात में शामिल हैं:
प्रोसेस्ड पेट्रोलियम उत्पाद: खासकर डीजल, जो ब्राजील की ऊर्जा जरूरतों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
एग्रीकेमिकल्स: कीटनाशक और अन्य रसायन जो ब्राजील की कृषि को सहारा देते हैं।
औषधियां: भारतीय फार्मा कंपनियों की दवाएं ब्राजील के स्वास्थ्य क्षेत्र में अहम भूमिका निभाती हैं।
इंजीनियरिंग उत्पाद: मशीनरी और उपकरण।
टेक्सचर्ड फिलामेंट यार्न और अनरॉट एल्युमीनियम: औद्योगिक उपयोग के लिए।
वहीं, ब्राजील से भारत के आयात में शामिल हैं:
कच्चा तेल: जिसे भारत प्रोसेस कर वैश्विक बाजारों में निर्यात करता है।
सोया तेल और कच्ची चीनी: खाद्य उद्योग के लिए।
सोना (नॉन-मॉनेटरी), कपास, गोंद, लकड़ी, तारपीन तेल: विभिन्न औद्योगिक और व्यावसायिक उपयोग।
कैमिकल्स (कार्बोक्सिलिक अम्ल) और लौह अयस्क: औद्योगिक कच्चे माल।
ब्राजील में भारत का निवेश
भारत का ब्राजील में निवेश भी कम प्रभावशाली नहीं है। अनुमान के मुताबिक, भारतीय कंपनियों का ब्राजील में कुल निवेश 6 अरब डॉलर से अधिक है। इसके विपरीत, ब्राजील का भारत में निवेश लगभग 1 अरब डॉलर है। ब्राजील में प्रमुख भारतीय कंपनियों में शामिल हैं:
फार्मास्युटिकल्स: ग्लेनमार्क, जाइडस कैडिला, सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज।
रसायन और कृषि: पिडिलाइट इंडस्ट्रीज, इफको।
ऊर्जा: ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल), बीपीआरएल।
ऑटोमोबाइल और मशीनरी: बजाज, टाटा मोटर्स, महिंद्रा ट्रैक्टर्स।
आईटी: इंफोसिस, टीसीएस, एचसीएल, विप्रो।
वहीं, भारत में ब्राजील की प्रमुख कंपनियां हैं:
ऑटोमोबाइल: पोलो।
खनन: वेले।
आईटी: स्टेफनिनी।
स्टील: गेरडाऊ।
अन्य: डेडिनी (इथेनॉल उत्पादन), फार्मास कुंज (जूते), पेर्टो (एटीएम निर्माण), फैनम (अस्पताल उपकरण)।