Govardhan Asrani Dies / दिग्गज एक्टर असरानी का दिवाली के दिन 84 साल की उम्र में निधन

बॉलीवुड के दिग्गज हास्य कलाकार असरानी का 84 साल की उम्र में दिवाली के दिन निधन हो गया। वे फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे और पिछले पांच दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन से फिल्म जगत और फैंस में शोक की लहर है।

बॉलीवुड के मशहूर हास्य कलाकार और दिग्गज एक्टर असरानी अब हमारे बीच नहीं रहे। दिवाली के पावन दिन उन्होंने 84 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। असरानी, जिनका पूरा नाम गोवर्धन असरानी था, पिछले कुछ दिनों से फेफड़ों से संबंधित गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। वे करीब पांच दिनों से आरोग्य निधि अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे थे। उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री और उनके लाखों फैंस सदमे में हैं।

अंतिम संस्कार और परिवार की इच्छा

असरानी का अंतिम संस्कार उनके निधन के तुरंत बाद सांताक्रूज वेस्ट के शास्त्री नगर शवदाह गृह में कर दिया गया और परिवार के सदस्यों के अनुसार, असरानी खुद नहीं चाहते थे कि उनके निधन के बाद किसी तरह का शोर-शराबा हो या इस खबर को सार्वजनिक किया जाए। उनकी इसी इच्छा का सम्मान करते हुए परिवार ने बेहद कम समय में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया। एक्टर के मैनेजर बाबुभाई थीबा ने उनके निधन की पुष्टि की और बताया कि उनकी तबीयत कई दिनों से खराब थी और

शानदार फिल्मी सफर

असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941 को जयपुर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल से पूरी की और राजस्थान कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। साल 1967 में फिल्म 'हरे कांच की चूड़ियां' से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया। अपने 50 साल से भी लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने सैकड़ों। फिल्मों में काम किया और अपनी बहुमुखी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्हें विशेष रूप से फिल्म 'शोले' में निभाए गए जेलर के किरदार के लिए याद किया जाता। है, जहां उनका डायलॉग 'हम अंग्रेजों के जमाने के जेलर हैं' आज भी लोगों की जुबान पर है।

निजी जीवन

असरानी ने साल 1973 में मंजू बंसल से शादी की थी। उनका एक बेटा है, नवीन असरानी, जो अहमदाबाद में एक डेंटिस्ट हैं। उनके पिता एक कालीन की दुकान चलाते थे। असरानी के तीन भाई और चार बहनें थीं। वे उन चुनिंदा कलाकारों में से एक थे जिन्होंने दशकों तक हिंदी सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।