- भारत,
- 22-Jul-2025 11:20 AM IST
IND vs ENG: जसप्रीत बुमराह भारतीय क्रिकेट के उन चमकते सितारों में से एक हैं, जिनकी गेंदबाजी ने विश्व क्रिकेट में तहलका मचा रखा है। उनकी घातक यॉर्कर और अनोखी गेंदबाजी शैली ने उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार किया है। मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर बुमराह अपनी शानदार फॉर्म में हैं और दो टेस्ट मैचों में 12 विकेट हासिल कर चुके हैं। अब चौथे टेस्ट मैच में भी उनके खेलने की पूरी संभावना है, जहां वह इतिहास रचने की कगार पर खड़े हैं।
इमरान खान और मुरलीधरन को पछाड़ने का मौका
जसप्रीत बुमराह के पास चौथे टेस्ट मैच में एक सुनहरा अवसर है। अगर वह इस मैच की दोनों पारियों में पांच विकेट हॉल लेने में सफल हो जाते हैं, तो वह इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा पांच विकेट हॉल लेने वाले एशियाई गेंदबाज बन जाएंगे। अभी तक बुमराह ने इंग्लैंड में चार बार पांच विकेट हॉल हासिल किए हैं, जो उन्हें पाकिस्तान के दिग्गज इमरान खान के बराबर लाता है। श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन इस सूची में पांच बार पांच विकेट हॉल के साथ शीर्ष पर हैं। बुमराह के पास इन दोनों दिग्गजों को पीछे छोड़ने का मौका है।
इंग्लैंड में टेस्ट में सबसे ज्यादा बार 5 विकेट हॉल लेने वाले एशियाई गेंदबाज:
मुथैया मुरलीधरन: 5 बार
जसप्रीत बुमराह: 4 बार
इमरान खान: 4 बार
वकार यूनिस: 3 बार
इंग्लैंड में बुमराह का दबदबा
बुमराह ने इंग्लैंड की धरती पर अब तक 11 टेस्ट मैच खेले हैं और कुल 49 विकेट अपने नाम किए हैं। इनमें चार बार पांच विकेट हॉल शामिल हैं, जो उनकी निरंतरता और कौशल को दर्शाता है। मौजूदा सीरीज में भी वह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ बने हुए हैं। भारत के लिए सीरीज में बने रहने के लिए चौथा टेस्ट मैच जीतना बेहद जरूरी है, और इसमें बुमराह की भूमिका अहम होगी। उनकी सटीक यॉर्कर और स्विंग गेंदबाजी इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है।
मैनचेस्टर: भारत के लिए चुनौतीपूर्ण मैदान
चौथा टेस्ट मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा, जहां भारतीय टीम का रिकॉर्ड ज्यादा उत्साहजनक नहीं रहा है। भारत ने इस मैदान पर अब तक 9 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से चार में हार का सामना करना पड़ा है और पांच ड्रॉ रहे हैं। भारत को यहां एक भी टेस्ट जीत नसीब नहीं हुई है। आखिरी बार भारत ने 2014 में यहां टेस्ट खेला था, जिसमें उसे हार मिली थी। ऐसे में बुमराह और भारतीय टीम के लिए यह मैच न केवल सीरीज जीतने के लिए, बल्कि मैनचेस्टर में इतिहास रचने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
