COVID-19 Update / कम हो रहे कोरोना केस, गृह मंत्रालय ने कोविड प्रोटोकॉल पर राज्यों को दिया ये खास मंत्र

Zoom News : Jun 30, 2021, 06:55 AM
Delhi: कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आ रही है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए दिशानिर्देश जारी कर कहा है कि कोरोना के मामले भले ही कम हो रहे हैं लेकिन जब भी ढील दी जाए, तब ज्यादा सावधानी बरती जाए। केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन 31 जुलाई तक जारी रहेगी। कोविड को काबू करने के केंद्र ने 5 फोल्ड स्ट्रेटजी भी तैयार की है।

गृह मंत्रालय ने उन्हीं दिशानिर्देशों की बात दोहराई है, जिन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 25 अप्रैल को जारी किए थे। केंद्र सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि नए कोविड-19 मामलों का आंकलन राज्य अपने-अपने स्तर पर करने के लिए स्वतंत्र हैं। राज्य 5 रणनीतियों के तहत कोरोना संकट पर काबू पाने की कोशिश करें।

गृह मंत्रालय के मुताबिक ये 5 फोल्ड स्ट्रेटजी टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर और पोस्ट कोविड मैनेजमेंट हैं। केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि वे कोविड नियमों का पालन करें और कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुट हों। 

राज्य स्थानीय स्तर पर रखें कोविड प्रबंधन पर नजर

केंद्र सरकार ने कोविड मैनेजमेंट पर कहा है कि राज्यों को नियमित रूप से उन जिलों की निगरानी करनी चाहिए, जहां प्रति 10 लाख की आबादी पर कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या अधिक है। अगर इसे मॉनिटर किया जाता है तो आबादी के लिहाज से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबंधन सही वक्त पर किया जा सकेगा।

कोविड नियमों को अनदेखा कर रहे हैं लोग

दरअसल कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों में तेजी से आ रही गिरावट के बाद कई राज्यों ने प्रतिबंधों में ढील देना शुरू किया है। कई जगहों पर लोगों की लापरवाही सामने आई है। लोग कोरोना नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। पब्लिक प्लेस पर भी न तो लोग मास्क लगा रहे हैं, न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। केंद्र का कहना है कि यह छूट बेहद सावधानी के साथ दी जाए, जो स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक हो।

गृह मंत्रालय का कहना है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोरोना के नए मामलों और अस्पतालों में बेडों की पर्याप्त संख्या पर नजर रखें। जिलेवार प्रशासनिक इकाइयां इसे लेकर सतर्क रहें। जैसे ही मामले तेजी से बढ़ें, उससे पहले अस्पतालों में बेड्स और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर कर लिया जाए।

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