Cyclone Storm Ditwah / श्रीलंका में 'दित्वा' का कहर: 123 मौतें, अब भारत के इन राज्यों की ओर बढ़ रहा चक्रवात, उड़ानें और स्कूल बंद

चक्रवाती तूफान दित्वा ने श्रीलंका में 123 लोगों की जान ले ली और 130 लापता हैं। अब यह तूफान भारत के तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। चेन्नई हवाई अड्डे पर 54 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और तमिलनाडु में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। भारत श्रीलंका को बचाव कार्यों में मदद कर रहा है।

चक्रवाती तूफान 'दित्वा' ने दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों में भारी तबाही मचाई है, जिसमें श्रीलंका सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इस विनाशकारी तूफान के कारण श्रीलंका में कम से कम 123 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 130 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। यह आंकड़ा देश में उत्पन्न हुई गंभीर मानवीय संकट की ओर इशारा करता है, जहां हजारों लोग बेघर हो गए हैं और बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच बाधित हुई है।

दक्षिण पूर्व एशिया में व्यापक तबाही

दित्वा तूफान का कहर केवल श्रीलंका तक ही सीमित नहीं रहा है। थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य देश भी इसकी चपेट में आए हैं। इन तीनों देशों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण 500 से अधिक लोगों की मौत की रिपोर्ट है, जो इस क्षेत्र में मौसम की भयावहता को दर्शाता है। अनुमान है कि 50 लाख से अधिक लोग अपने घरों से विस्थापित होकर सड़कों पर आ गए हैं, जिससे एक विशाल मानवीय त्रासदी उत्पन्न हो गई है। नवंबर का महीना समाप्त होने वाला है, लेकिन मौसम का यह रौद्र रूप थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।

भारत की ओर बढ़ता खतरा

श्रीलंका में व्यापक विनाश करने के बाद, चक्रवात दित्वा अब। भारत के दक्षिणी राज्यों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, यह चक्रवात उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और 30 नवंबर तक उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और उससे सटे दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है और इस चेतावनी के बाद भारत के इन राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, और राज्य सरकारें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कमर कस चुकी हैं।

तमिलनाडु में अलर्ट और तैयारियां

चक्रवात के आगमन और अगले 48 घंटों में अत्यधिक भारी बारिश तथा तेज हवाओं के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर तमिलनाडु में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं और राज्य सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए कई जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है, और आपदा प्रबंधन टीमों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है।

चेन्नई हवाई अड्डे पर उड़ानों का निलंबन

चक्रवाती तूफान के संभावित प्रभाव को देखते हुए, चेन्नई हवाई अड्डे के अधिकारियों ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने 54 निर्धारित उड़ानों को रद्द कर दिया है। इन निलंबित सेवाओं में शनिवार सुबह से रात तक चलने वाली एटीआर-प्रकार की क्षेत्रीय टर्बोप्रॉप उड़ानें शामिल हैं। मदुरै, तिरुचिरापल्ली, थूथुकुडी, सलेम, बेंगलुरु, हैदराबाद और जाफना जैसे गंतव्यों के लिए उड़ानें प्रभावित हुई हैं, जिनमें प्रस्थान और आगमन दोनों शामिल हैं। एयरलाइनों ने यात्रियों को अंतिम समय में हवाई अड्डे की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है, ताकि अनावश्यक भीड़ और असुविधा से बचा जा सके। हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती हवाओं और भारी बारिश से उत्पन्न खतरों का आकलन। करने के बाद यह निर्णय यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

भारत की मानवीय सहायता

इस गंभीर संकट की घड़ी में भारत अपने पड़ोसी देश श्रीलंका की मदद के लिए आगे आया है और चक्रवाती तूफान दित्वा द्वारा मचाई गई तबाही के बाद, भारतीय नौसेना श्रीलंका वायुसेना को खोज एवं बचाव अभियान में सक्रिय रूप से मदद कर रही है। भारत युद्ध स्तर पर श्रीलंका की सहायता कर रहा है, जिसमें लापता लोगों की तलाश और प्रभावित क्षेत्रों तक राहत सामग्री पहुंचाना शामिल है। यह भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति और मानवीय सहायता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और भारतीय नौसेना के जहाज और कर्मी श्रीलंका के तटीय इलाकों में फंसे लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे इस आपदा के प्रभाव को कम करने में मदद मिल रही है।