सुरक्षा में वृद्धि / सूरत में बनाई गई 51 वीं के-9 वज्र हॉवित्जर गन को रक्षा मंत्री ने किया राष्ट्र को समर्पित

AMAR UJALA : Jan 16, 2020, 03:29 PM
सूरत | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज गुजरात के सूरत जिले के हजीरा में स्थित लार्सन एंड टुब्रो आर्मर्ड सिस्टम्स कॉम्प्लेक्स का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने के-9 वज्र टैंक के 51वें यूनिट को हरी झंडी भी दिखाई।

के-9 वज्र सेल्फ प्रोपेल्ड ऑर्टिलरी को नवंबर 2018 में सेना में शामिल किया गया था। सेना के-9 वज्र सेल्फ प्रोपेल्ड ऑर्टिलरी की 100 यूनिटों को खरीद कर रही है। के-9 वज्र दक्षिण कोरियाई सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे के-9 थंडर का एक प्रकार हैं। 

पाकिस्तान और चीन की सीमा पर मिल रही चुनौतियों के मद्देनजर इस तोप की जरूरत काफी समय पहले से महसूस की जा रही थी। आखिरी बार भारतीय सेना में बोफोर्स तोप को शामिल किया गया था। K9 वज्र की पहली रेजीमेंट इस साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।  

2017 में एलएंडटी ने K9 वज्र-टी 155 मिमी/52 कैलिबर की 100 इकाइयों की आपूर्ति के लिए रक्षा मंत्रालय से 4500 करोड़ रुपये का अनुबंध किया था। इन तोपों का निर्माण 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत भारतीय सेना की मारक क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।

के9 वज्र तोप के अनुबंध के तहत कंपनी को 42 महीनों में 100 इकाईयों की आपूर्टि करना है। यह रक्षा मंत्रालय द्वारा एक निजी कंपनी को दिया गया सबसे बड़ा अनुबंध है। रक्षा मंत्री ने के9 वज्र तोप को तिलक भी लगाया और नए तोपखाने पर कुमकुम के साथ शुभ लाभ और स्वस्तिक का चिन्ह बनाया। पूजा के दौरान उन्होंने बंदूक पर फूल भी चढ़ाए और नारियल फोड़ा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि वह एलएंडटी के कर्मचारियों की प्रतिबद्धता और उनकी कड़ी मेहनत को सलाम करते हैं। एलएंडटी कंपनी का हजीरा कॉम्प्लेक्स नए भारत की नई सोच का संकेत है।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस परिसर में एक नई और आश्चर्यजनक उपलब्धि है। भारत में ऐसे कई सेक्टर थे जहां निजी क्षेत्र की भागीदारी लगभग शून्य थी। रक्षा क्षेत्र एक ऐसा उदाहरण था। मेक इन इंडिया योजना के तहत, सरकार ने कई कदम उठाए हैं जो भविष्य में देश को हथियारों का बड़ा निर्यातक बना देगा।

मंत्री ने कहा कि सरकार ने रक्षा विनिर्माण के लिए लाइसेंस देने की प्रक्रिया को सरल बनाया है। इसके अलावा दो रक्षा औद्योगिक गलियारों की स्थापना की है और रक्षा मंत्रालय में एक रक्षा निवेशक सेल बनाया है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER