इस साल, 5 नवंबर 2025 को, कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के पावन अवसर पर, आसमान में एक असाधारण खगोलीय घटना घटित होने जा रही है। यह वह रात होगी जब वर्ष का सबसे विशाल और सबसे चमकीला सुपरमून अपनी पूरी भव्यता के साथ धरती के निवासियों को दर्शन देगा और यह चंद्रमा, जो सामान्य पूर्णिमा के चांद से कहीं अधिक प्रभावशाली होगा, अपनी निकटता के कारण एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगा। यह सिर्फ एक पूर्णिमा नहीं, बल्कि एक 'सुपरमून' है, जिसका अर्थ है कि यह पृथ्वी के सबसे करीब होगा, जिससे इसका आकार और चमक दोनों ही बढ़ जाएंगे। यह खगोलीय नजारा, जो देव दिवाली की रात को और भी विशेष बना देगा, निश्चित रूप से देखने लायक होगा।
**सुपरमून क्या है?
सुपरमून एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे करीब होता है, और यह संयोग पूर्णिमा या अमावस्या के दौरान होता है। इस विशेष स्थिति के कारण, चंद्रमा पृथ्वी से देखने पर सामान्य से कहीं अधिक बड़ा और चमकीला दिखाई देता है और आंकड़ों के अनुसार, एक सुपरमून सामान्य पूर्णिमा के चंद्रमा की तुलना में लगभग 6 से 7 प्रतिशत बड़ा और 16 से 30 प्रतिशत अधिक चमकीला प्रतीत होता है। यह घटना चंद्रमा की अण्डाकार कक्षा के कारण होती है, जिसमें वह कभी पृथ्वी के करीब (पेरिगी) तो कभी दूर (अपोगी) होता है। जब पेरिगी पूर्णिमा के साथ मेल खाती है, तो हमें सुपरमून का शानदार दृश्य देखने को मिलता है।
साल का सबसे बड़ा और चमकीला सुपरमून
5 नवंबर 2025 को देव दिवाली की रात दिखने वाला यह सुपरमून इस पूरे वर्ष का सबसे बड़ा और सबसे चमकीला सुपरमून होगा। यह एक दुर्लभ अवसर है क्योंकि यह सामान्य पूर्णिमा पर दिखाई देने। वाले चंद्रमा से 8 प्रतिशत अधिक बड़ा और 16 प्रतिशत अधिक चमकदार होगा। इसकी यह विशिष्टता इसे इस साल के अन्य चंद्र दृश्यों से अलग करती है और हालांकि, अगले महीने, 4 दिसंबर को भी एक सुपरमून दिखाई देगा, लेकिन वह 5 नवंबर वाले सुपरमून जितना बड़ा और चमकीला नहीं होगा। इसके बाद, ऐसा प्रभावशाली सुपरमून देखने के लिए अगले साल 24 नवंबर तक इंतजार करना होगा, जो इस नवंबर के सुपरमून को और भी खास बनाता है।
कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली का अद्भुत संयोग
इस साल का यह खगोलीय चमत्कार कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के पवित्र त्योहारों के साथ मेल खा रहा है। कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक अत्यंत शुभ दिन माना जाता है, और इसी दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है, जिसमें मंदिरों और घाटों को दीपों से रोशन किया जाता है। ऐसे में, जब आसमान में साल का सबसे बड़ा और चमकीला सुपरमून अपनी पूरी आभा बिखेरेगा, तो यह इन त्योहारों की भव्यता और आध्यात्मिकता को और भी बढ़ा देगा। यह संयोग प्रकृति और संस्कृति के एक अद्भुत मिलन का प्रतीक। है, जो इस रात को एक अविस्मरणीय अनुभव में बदल देगा।
आपके शहर में सुपरमून देखने का समय
सुपरमून का यह अद्भुत नजारा देखने के लिए समय का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। दिल्ली के समय के अनुसार, 5 नवंबर की रात 7:30 बजे के बाद पूर्व दिशा में चंद्रमा का एक स्पष्ट और शानदार दृश्य देखने को मिलेगा। हालांकि, भारत के विभिन्न शहरों में चंद्रमा के उदय का समय अलग-अलग हो सकता है। यह स्थानीय भौगोलिक स्थिति और समय क्षेत्र पर निर्भर करता है। इसलिए, अपने शहर में सुपरमून को सबसे अच्छे से देखने के लिए, चंद्रोदय के सटीक समय की जानकारी होना आवश्यक है।
प्रमुख शहरों में चंद्रोदय का समय
यहां भारत के कुछ प्रमुख शहरों में 5 नवंबर 2025 को चंद्रोदय का अनुमानित समय दिया गया है, ताकि आप इस शानदार खगोलीय घटना को देखने की योजना बना सकें और दिल्ली में चंद्रोदय 5:11 बजे होगा, जबकि नोएडा में यह 5:09 बजे दिखाई देगा। वाराणसी के निवासी 4:55 बजे चांद का दीदार कर सकेंगे, और मुंबई में यह 5:46 बजे उदय होगा। लखनऊ में 5:00 बजे, जयपुर में 5:20 बजे, और पटना में 4:43 बजे चंद्रमा आसमान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। कानपुर में 5:01 बजे, लुधियाना में 5:12 बजे, अहमदाबाद में 5:41 बजे, चैन्नई में 5:25 बजे, भोपाल में 5:17 बजे और चंडीगढ़ में 5:09 बजे चंद्रोदय होगा। यह समय आपको अपने शहर में इस अद्भुत सुपरमून को देखने के लिए तैयार रहने में मदद करेगा।
यह दुर्लभ और मनमोहक खगोलीय घटना एक ऐसा अवसर है जिसे चूकना नहीं चाहिए। 5 नवंबर 2025 की रात आसमान में एक अविस्मरणीय दृश्य प्रस्तुत करेगी, जब साल का सबसे बड़ा और चमकीला सुपरमून अपनी पूरी महिमा के साथ चमकेगा।