देश / Parle-G के लिए खुशखबरी, Lockdown के बीच तोड़ा 80 साल का रिकॉर्ड

Zee News : Jun 09, 2020, 04:49 PM
नई दिल्लीः 24 मार्च से लेकर 7 जून तक चले लॉकडाउन के बीच पारले जी बिस्किट ने अपनी शुरुआत से लेकर अभी तक का सबसे अच्छा बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है। 1938 से देश में बिक रहे पारले जी ने पिछले तीन माह में यह नया कीर्तिमान जड़ा है। 

मार्केट शेयर में पांच फीसदी का इजाफा

पारले जी वैसे भी देश में सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्किट ब्रांड है। हालांकि पारले प्रोडक्ट्स कंपनी ने यह नहीं बताया कि कुल कितनी बिक्री बढ़ी है, लेकिन कहा कि कुल मार्केट शेयर में पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन कहा कि 80 से 90 फीसदी की ये ग्रोथ केवल पारले जी की बिक्री से आई है। कंपनी के कैटेगिरी हेड मयंक शाह ने कहा कि ये अविश्वनीय लग रहा है। 

पांच रुपये कीमत रहना बड़ी वजह

लॉकडाउन के बीच लोगों ने अपने घरों में सबसे ज्यादा इसी बिस्किट को रखना पसंद किया। पांच रुपये कीमत होने से ये लोगों को सबसे ज्यादा सुलभ था। वहीं जिन जरूरतमंद लोगों को बिस्किट बांटे गए, वहां भी पारले जी सबसे ज्यादा वितरित किया गया। 

वहीं लॉकडाउन के बीच भी दूरदराज गांवों और शहरों में भी इसकी उपलब्धता को कम नहीं होने दिया गया। रिटेल आउटलेट्स पर यह बिस्किट खत्म होने के सात दिनों के भीतर पहुंच रहा था। जो लोग ब्रेड नहीं खरीद सकते थे, वो भी पारले जी को खरीद रहे थे। 

मयंक शाह ने कहा कि लॉकडाउन के बीच पारलेजी सबसे सुलभ खाने की वस्तु थी। कई लोगों के पास तो केवल ये ही बिस्किट लंच, डिनर और नाश्ते का काम कर रहा था। कई राज्य सरकारों ने भी पारलेजी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए हमें लिखा। वहीं कई सारे एनजीओ ने भी इसको वितरित करने के लिए खरीदा। हम 25 मार्च से लगातार बिस्किट का उत्पादन कर रहे थे।

देश भर में 130 फैक्ट्री

पारले प्रोडक्ट्स की देश भर में कुल 130 फैक्ट्रियां हैं, जिनमें से 120 में लगातार उत्पादन हो रहा था। वहीं 10 कंपनी के स्वामित्व वाली जगह हैं। पारले जी ब्रांड 100 रुपये प्रति किलो से कम वाली कैटेगिरी में आता है, जो बिस्किट उद्योग से एक-तिहाई आय अर्जित करता है। वहीं कुल बिस्किट की बिक्री में इसका शेयर 50 फीसदी है। 

आज भी चिप्स, चॉकलेट और सॉफ्ट ड्रिंक की तुलना में बिस्किट काफी सस्ता खाद्य पदार्थ है।   

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