ICC Meeting 2025 / ICC ने किया बड़ा ऐलान, क्रिकेट की दुनिया में हुई 2 नई टीमों की एंट्री

20 जुलाई 2025 को सिंगापुर में हुई आईसीसी एनुअल मीटिंग में तिमोर-लेस्ते और जाम्बिया को एसोसिएट सदस्य बनाया गया। इससे कुल सदस्य देशों की संख्या 110 हो गई। तिमोर पहली बार जुड़ा है, जबकि जाम्बिया की यह वापसी है। यह फैसला क्रिकेट के वैश्विक विस्तार की दिशा में अहम कदम है।

ICC Meeting 2025: 20 जुलाई 2025 को सिंगापुर में आयोजित इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की एनुअल मीटिंग के बाद क्रिकेट की दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक खबर सामने आई है। आईसीसी ने दो नई टीमों, तिमोर-लेस्ते और जाम्बिया, को अपने एसोसिएट सदस्य के रूप में शामिल किया है। इस फैसले के साथ आईसीसी के कुल सदस्यों की संख्या अब 110 हो गई है। यह कदम क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और अधिक लोकप्रिय बनाने और नए क्षेत्रों में इसके विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।

दो नई टीमों की एंट्री

आईसीसी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर तिमोर-लेस्ते क्रिकेट फेडरेशन और जाम्बिया क्रिकेट यूनियन को औपचारिक रूप से अपने एसोसिएट सदस्य के रूप में शामिल करने की घोषणा की। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, "दो नए सदस्य आईसीसी परिवार में शामिल हुए हैं, जिससे कुल सदस्यों की संख्या 110 हो गई है। तिमोर-लेस्ते क्रिकेट फेडरेशन और जाम्बिया क्रिकेट यूनियन अब औपचारिक रूप से आईसीसी के एसोसिएट सदस्य हैं।"

जाम्बिया इस फैसले के साथ आईसीसी में शामिल होने वाला 22वां अफ्रीकी देश बन गया है। वहीं, तिमोर-लेस्ते पूर्वी एशिया प्रशांत क्षेत्र का 10वां सहयोगी सदस्य बन गया है। यह उल्लेखनीय है कि 2003 में फिलीपींस के शामिल होने के बाद तिमोर-लेस्ते इस क्षेत्र से पहला देश है, जिसे यह दर्जा प्राप्त हुआ है। तिमोर-लेस्ते में क्रिकेट हाल के वर्षों में तेजी से लोकप्रिय हुआ है, खासकर युवाओं के बीच। अब इस देश को अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा, जो वहां के क्रिकेट के विकास को और गति देगा।

जाम्बिया की प्रेरणादायक वापसी

जाम्बिया क्रिकेट यूनियन की आईसीसी में वापसी एक प्रेरणादायक कहानी है। जाम्बिया को पहली बार 2003 में आईसीसी की एसोसिएट सदस्यता प्राप्त हुई थी, लेकिन 2019 में गवर्नेंस और अनुपालन संबंधी मुद्दों के कारण उसकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इसके बाद 2021 में जाम्बिया को आईसीसी से पूरी तरह निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, चार साल की कड़ी मेहनत और सुधारों के बाद, जाम्बिया ने अपनी प्रशासनिक और संगठनात्मक कमियों को दूर करते हुए फिर से एसोसिएट सदस्यता हासिल की है। यह उपलब्धि जाम्बिया के क्रिकेट समुदाय के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है और देश में इस खेल के प्रति उत्साह को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

क्रिकेट के वैश्विक विस्तार की दिशा में एक कदम

आईसीसी का यह निर्णय क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और अधिक समावेशी बनाने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। तिमोर-लेस्ते जैसे नए क्षेत्रों में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने से यह खेल एशिया के उन हिस्सों में भी अपनी जड़ें जमा रहा है, जहां इसे पहले ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती थी। वहीं, जाम्बिया की वापसी अफ्रीकी महाद्वीप में क्रिकेट के विकास को और मजबूती देगी।

आईसीसी के इस कदम से न केवल इन दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा, बल्कि यह क्रिकेट के वैश्विक प्रशंसक आधार को और विस्तार देने में भी मदद करेगा। यह फैसला क्रिकेट की दुनिया में नए अवसरों और संभावनाओं का द्वार खोलता है, और भविष्य में इस खेल के और अधिक रोमांचक पल देखने को मिल सकते हैं।