ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) का बहुप्रतीक्षित पब्लिक इश्यू 12 दिसंबर को खुलने जा रहा है और इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम से ठीक पहले, UK की प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन होल्डिंग्स ने ICICI प्रूडेंशियल AMC में अपनी 4. 5 प्रतिशत हिस्सेदारी का रणनीतिक विनिवेश किया है और यह बिक्री 4815. 1 करोड़ रुपये के भारी-भरकम मूल्य पर हुई है, जो। कंपनी के मूल्यांकन और बाजार में उसकी स्थिति को दर्शाता है। प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन, प्रूडेंशियल पीएलसी का एक अभिन्न अंग है, जो वैश्विक वित्तीय सेवाओं में एक प्रमुख नाम है।
हिस्सेदारी बिक्री का विवरण
प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन होल्डिंग्स ने 8 दिसंबर को ICICI बैंक के साथ ICICI प्रूडेंशियल AMC। में 2 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए एक शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके अतिरिक्त, शेष 2. 5 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए एक और शेयर खरीद समझौता UK की प्रमोटर और 26 संस्थागत निवेशकों के बीच 7 और 8 दिसंबर को संपन्न हुआ। इन संस्थागत निवेशकों में लूनेट कैपिटल, PI अपॉर्चुनिटीज फंड, 360 वन, HDFC लाइफ, व्हाइटओक, HCL कैपिटल, आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC, DSP MF, 3P इंडिया इक्विटी फंड, हीरो एंटरप्राइज, TIMF होल्डिंग्स, केदारा कैपिटल, क्लॉरस कैपिटल और कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बेचे गए ये शेयर प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन द्वारा IPO में बेचे जाने वाले इक्विटी शेयरों का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि एक अलग प्री-IPO लेनदेन का हिस्सा हैं।
शेयरहोल्डिंग में बदलाव
इस हिस्सेदारी बिक्री के परिणामस्वरूप, ICICI प्रूडेंशियल AMC में प्रूडेंशियल पीएलसी की शेयरहोल्डिंग पहले के 49 प्रतिशत से घटकर 44. 5 प्रतिशत हो गई है। वहीं, ICICI बैंक की शेयरहोल्डिंग 51 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गई है, जिससे संयुक्त उद्यम में उसकी स्थिति और मजबूत हुई है। IPO के बाद, प्रूडेंशियल की शेयरहोल्डिंग मौजूदा 44 और 5 प्रतिशत से और घटकर 34. 6 प्रतिशत रह जाएगी, जो कंपनी में उसकी भागीदारी के पुनर्गठन का संकेत है। यह ICICI बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अब कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी रखता है।
संयुक्त उद्यम का इतिहास
ICICI प्रूडेंशियल AMC, ICICI बैंक और प्रूडेंशियल पीएलसी का एक सफल संयुक्त उद्यम है और दोनों संस्थाओं के बीच साझेदारी 1998 में शुरू हुई थी, जिसका अर्थ है कि यह संयुक्त उद्यम पिछले 26 सालों से सफलतापूर्वक चल रहा है। इस लंबी अवधि की साझेदारी ने भारत के परिसंपत्ति प्रबंधन उद्योग में कंपनी को एक मजबूत पहचान बनाने में मदद की है और यह साझेदारी भारत में वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में एक सफल अंतरराष्ट्रीय सहयोग का उदाहरण प्रस्तुत करती है।
ICICI प्रूडेंशियल AMC का IPO
ICICI प्रूडेंशियल AMC का IPO कुल 10,602. 65 करोड़ रुपये का है, जो इसे बाजार में सबसे बड़े इश्यू में से एक बनाता है। इसका प्राइस बैंड 2,061 रुपये से 2,165 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यह पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल (OFS) वाला इश्यू है, जिसका अर्थ है कि इसमें कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा और इसके बजाय, प्रूडेंशियल कॉर्पोरेशन होल्डिंग्स की ओर से 4. 89 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा, जो प्री-ऑफर पेड-अप इक्विटी के 9. 9 प्रतिशत के बराबर है। यह मौजूदा शेयरधारकों को अपनी हिस्सेदारी कम करने का अवसर प्रदान करता है।
IPO की महत्वपूर्ण तिथियां
IPO के लिए एंकर निवेशक 11 दिसंबर को बोली लगा सकते हैं। पब्लिक इश्यू 12 दिसंबर को खुलेगा और 16 दिसंबर को बंद होगा। इसके बाद, शेयरों का अलॉटमेंट 17 दिसंबर को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग 19 दिसंबर को BSE और NSE दोनों पर होने की उम्मीद है। कंपनी ने ICICI बैंक के शेयरहोल्डर्स के लिए कुल ऑफर में से 24. 48 लाख इक्विटी शेयर आरक्षित रखे हैं, जिससे उन्हें इस अवसर में भाग लेने का मौका मिलेगा। कंपनी ने इस IPO के लिए ड्राफ्ट इस साल जुलाई में SEBI। के पास जमा किया था, जिसे SEBI ने नवंबर में मंजूरी दी।
ICICI समूह की पांचवीं लिस्टिंग
ICICI प्रूडेंशियल AMC, ICICI समूह की लिस्ट होने वाली 5वीं कंपनी होगी। ICICI बैंक, ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, ICICI सिक्योरिटीज और ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी पहले से ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं और यह लिस्टिंग ICICI समूह के लिए एक और मील का पत्थर साबित होगी, जो भारतीय वित्तीय बाजार में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करेगी। यह समूह की विविध व्यावसायिक इकाइयों को सार्वजनिक बाजार में लाने की रणनीति का हिस्सा है।
वित्तीय प्रदर्शन
ICICI प्रूडेंशियल AMC ने हाल के वर्षों में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 21. 9 प्रतिशत बढ़कर 1618 करोड़ रुपये रहा। इसी अवधि में रेवेन्यू 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2949. 4 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 2,650. 7 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो एक साल पहले के मुनाफे 2,049. 7 करोड़ रुपये से 29. 3 प्रतिशत अधिक है और रेवेन्यू में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 32. 4 प्रतिशत बढ़कर 4,977. 3 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 3,758. 2 करोड़ रुपये था। यह मजबूत वित्तीय स्थिति IPO के लिए एक सकारात्मक संकेत है।