ScaleSauce IPO Listing / 90% प्रीमियम पर लिस्टिंग के बाद लोअर सर्किट पर बंद, जानें निवेशकों का हाल

कंज्यूमर ब्रांड्स कंपनी ScaleSauce की NSE SME पर 90% प्रीमियम पर लिस्टिंग हुई, लेकिन जल्द ही शेयर लोअर सर्किट पर ₹193.15 पर बंद हो गया। आईपीओ निवेशकों को पहले दिन 80.51% का मुनाफा मिला। कंपनी ने ₹40.21 करोड़ जुटाए, जिसका उपयोग कार्यालय विस्तार, कर्ज चुकाने और कार्यशील पूंजी के लिए होगा।

देश में कंज्यूमर ब्रांड्स तैयार करने वाली कंपनी ScaleSauce Design India ने आज NSE SME पर अपनी शुरुआत की। कंपनी के शेयर ₹107 के आईपीओ भाव के मुकाबले ₹203. 30 पर लिस्ट हुए, जिससे निवेशकों को 90% का शानदार लिस्टिंग गेन मिला। हालांकि, यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी, क्योंकि शेयर जल्द ही टूटकर ₹193. 15 के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद हुआ। पहले कारोबारी दिन के अंत में, आईपीओ निवेशकों को 80. 51% का मुनाफा हुआ।

आईपीओ की धांसू एंट्री और गिरावट

स्केलसॉस आईपीओ की लिस्टिंग ने शुरुआती उत्साह पैदा किया, जब इसके. शेयर ₹107 के इश्यू प्राइस के मुकाबले लगभग दोगुने होकर ₹203. 30 पर खुले। यह लिस्टिंग गेन उन निवेशकों के लिए एक बड़ी जीत थी, जिन्होंने आईपीओ में निवेश किया था, क्योंकि उन्हें तुरंत 90% का रिटर्न मिला। यह दर्शाता है कि बाजार में कंपनी के प्रति काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, बाजार खुलने के कुछ ही समय बाद, शेयर में तेज गिरावट देखी गई, और यह ₹193 और 15 के निचले सर्किट पर पहुंच गया, जहां यह दिन के अंत तक बना रहा। इस गिरावट ने उन निवेशकों को निराश किया होगा जो लिस्टिंग के बाद और अधिक लाभ की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन फिर भी, आईपीओ निवेशकों के लिए 80. 51% का मुनाफा एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

आईपीओ सब्सक्रिप्शन और फंड का उपयोग

स्केलसॉस का ₹40. 21 करोड़ का आईपीओ 5 से 9 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पांस मिला, और यह कुल मिलाकर 2 और 19 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1. 25 गुना (एंकर निवेशकों को छोड़कर) भरा, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 4. 60 गुना सब्सक्राइब हुआ। खुदरा निवेशकों ने भी उत्साह दिखाया और उनका हिस्सा 1. 69 गुना भरा। कंपनी ने ₹10 की फेस वैल्यू वाले 37,58,400 नए शेयर जारी किए। इन शेयरों के माध्यम से जुटाए गए धन का उपयोग विभिन्न रणनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। इसमें से ₹11. 49 करोड़ कार्यालय की खरीदारी, इंटीरियर वर्क और रिफर्बिशमेंट पर खर्च होंगे, जिससे कंपनी के परिचालन बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा सके। ₹11. 00 करोड़ कर्ज चुकाने के लिए आवंटित किए गए हैं, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी। इसके अतिरिक्त, ₹7. 29 करोड़ कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयोग किए जाएंगे, जो दैनिक परिचालन को सुचारू बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। शेष राशि सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च की जाएगी, जिससे कंपनी को भविष्य के विकास और विस्तार के अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।

ScaleSauce Design India के बारे में

मार्च 2010 में स्थापित ScaleSauce Design India, देश में कंज्यूमर ब्रांड्स का निर्माण और विकास करती है। कंपनी मुख्य रूप से होम, लिविंग और फूड सेगमेंट्स में काम करती है। ScaleSauce ब्रांड नाम के तहत, एनकंपास डिजाइन इंडिया एक कंज्यूमर ब्रांड कंपनी के रूप में कार्य करती है। इसका मुख्य व्यवसाय बेड शीट, पर्दे, कंफर्टर्स, टेबल लिनेन्स और पिलो कवर जैसे उत्पादों का निर्माण करना है। इसके अलावा, यह अपने ब्रांड्स के तहत सॉस भी बनाती है, जिससे इसके उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता आती है और विनिर्माण के अलावा, कंपनी खेती से जुड़े प्रोडक्ट्स, कॉटन, फैब्रिक्स और अन्य सामानों की बिक्री भी करती है, जो इसकी व्यावसायिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कंपनी ब्रांड्स की मार्केटिंग में भी सक्रिय रूप से शामिल है,। जिससे उसके उत्पादों की बाजार में पहचान और पहुंच बढ़ती है। यह विविध व्यावसायिक मॉडल कंपनी को विभिन्न उपभोक्ता खंडों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने में मदद करता है।

वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाएं

कंपनी की वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है, जो इसके सफल आईपीओ और लिस्टिंग के पीछे एक प्रमुख कारण है। वित्त वर्ष 2023 में ₹1. 29 करोड़ के शुद्ध घाटे का सामना करने के बाद,. कंपनी ने शानदार वापसी की और वित्त वर्ष 2024 में ₹6. 88 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। यह सुधार वित्त वर्ष 2025 में और भी प्रभावशाली रहा, जब शुद्ध मुनाफा बढ़कर ₹10. 79 करोड़ पर पहुंच गया। इस अवधि के दौरान, कंपनी की कुल आय सालाना 59% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹55. 01 करोड़ हो गई, जो इसकी मजबूत वृद्धि को दर्शाता है। चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2025) में भी कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है, जिसमें ₹5. 05 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹28 और 17 करोड़ की कुल आय हासिल हुई है। सितंबर 2025 तिमाही के अंत में, कंपनी के पास ₹27. 20 करोड़ के रिजर्व और सरप्लस थे, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कंपनी पर कोई कर्ज नहीं है और यह मजबूत वित्तीय स्थिति, कर्ज-मुक्त बैलेंस शीट और लगातार बढ़ती आय कंपनी को भविष्य में और अधिक विकास और विस्तार के लिए एक ठोस आधार प्रदान करती है। निवेशकों को कंपनी के दीर्घकालिक विकास की संभावनाओं पर विचार करना चाहिए, भले ही लिस्टिंग के दिन शेयर में उतार-चढ़ाव देखा गया हो।